सिंगरौली (काशीवार्ता)। देश की ऊर्जा राजधानी सिंगरौली स्थित नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने कोयला प्रेषण में इतिहास रचते हुए नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एनसीएल ने पिछले वित्तीय वर्ष (2020-21) में किए गए कोयला प्रेषण को इस वर्ष की समाप्ति के 45 दिन पहले ही हासिल कर लिया है । एनसीएल ने उल्लेखनीय 16.33% वृद्धि के साथ अपने ग्राहकों को सोमवार तक 108.9 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया है। एनसीएल ने 108.85 मिलियन टन कोयला प्रेषण लक्ष्य के सापेक्ष यह उपलब्धि तय तिथि तक 100 प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करते हुए पूरी की है। इस अवधि में ‘बिजली की बुनियाद’ के अपने उपनाम को सार्थक करते हुए एनसीएल ने देश की बढ़ती हुई ऊर्जा जरूरतों के अनुरूप निर्भर बिजली घरों को 17 प्रतिशत वर्षिक वृद्धि के साथ लगभग 95.6 मिलियन टन कोयला भेजा है। चालू वित्त वर्ष में एनसीएल ने अपना लगभग 83 % कोयला पर्यावरण अनूकूल माध्यमों से प्रेषित किया है जिनमें मैरी- गो- राउंड, बेल्ट पाईप कंवेयर व रेल शामिल हैं, जो हरित खनन के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एनसीएल ने उत्पादन में भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 4.85 % की वर्षिक वृद्धि के साथ 104.09 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर लिया है। चालू वित्त वर्ष (2021-22) में एनसीएल को 126.50 मिलियन टन कोयला प्रेषण एवं 119 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। कोयला क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने हेतु वर्ष 2023-24 तक एनसीएल कोल इंडिया के 1 बिलियन टन में 130 मिलियन टन कोयला उत्पादन की भागीदारी निभाएगा। पर्यावरण अनूकूल माध्यम से शत प्रतिशत कोयला प्रेषण हेतु लगभग 2700 करोड़ के निवेश से एनसीएल अपनी 9 महत्वकांक्षी परियोजनाओं पर भी कार्य कर रही है ।