टूटी पुलिया, फूटी किस्मत


म्योरपुर/सोनभद्र। जनपद के म्योरपुर विकास खण्ड के पिण्डरी गांव स्थित पिण्डरी नगराज , सतपेड़वा,टेकुआ,गेनाड़ार, मनरहवा,कैम्हाड़ार टोले को जोड़ने वाली रोड़ को करीब 6 वर्ष पहले समाजवादी पार्टी की सरकार में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत गांव के बीच से गुजरने वाली बिच्छी नदी पर एक पुलिया का निर्माण कराया गया था। पुलिया से ग्रामीणों का आना जाना भी शुरू हो गया लेकिन बरसात आते ही नवनिर्मित पुलिया निर्माण के छ: माह बाद ही बारिश होने से जल समाधि ले लिया जिससे ग्रामीणों की समस्या अब ज्यों की त्यों ही बनी है। गांव के पूर्व प्रधान मोनू जायसवाल द्वारा सांसद, विधायक, जिलाधिकारी तथा तहसील दिवस में कई बार प्राथना पत्र देकर पुन: पुलिया निर्माण की मांग किया गया लेकिन पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी किसी अधिकारी, जन प्रतिनिधियो की नजर इस समस्या पर नही पड़ी गांव के श्याम मनोहर यादव का कहना है कि इस बार हम ग्रामीण मतदान का बहिष्कार करेंगे। कहा कि जब हम लोगों की कोई सुनने वाला ही नही है तो क्या करेंगे वोट दे कर वर्तमान विधायक पर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि आज तक विधायक इस समस्या को देखने तक नहीं आये। राजेश कुमार ने बताया कि इस बार वोट इसी शर्त पर करेंगे, जितने भी प्रत्याशी हैं वे हमारे गांव में आकर लिखित रूप में दे कि हम विधायक बन जाएंगे तो पुलिया निर्माण करवायेंगे। जब सभी प्रत्याशियों द्वारा लिखित में शपथ पत्र हम लोग को मिलेगा तब हम फैसला करेंगे कि किसे वोट किया जाए । गांव के बुजुर्ग रामलगन बताया कि यह पुलिया कई वर्षों से टूटा है बरसात में हम लोग स्वयं लकड़ी का पुल बनाकर आर- पार करते हैं । नहीं तो 40 किलोमीटर हमें अतिरिक्त घूम कर नदी के उस पार जाना पड़ता है। कक्षा 12 में पढ़ने वाली पुष्पा बताती है कि पानी भर जाने के कारण हम लोग तीन से चार महीने स्कूल जाने से वंचित हो जाते हैं स्कूल अगर जाना है तो हमें 40 किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है क्योंकि जंगली क्षेत्र होने के कारण घर वाले हमें इस रास्ते से स्कूल जाने नहीं देते। गांव में एम्बुलेंस तथा 112 नम्बर पुलिस भी नहीं आ पाती है । गांव के श्याम मनोहर यादव,मुन्नी लाल,परशराम,राजेश कुमार,प्यारे लाल,राम लाल,रामेश्वर,पवन,आदि ने जिलाधिकारी का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए जल्द से जल्द पुलिया निर्माण कराए जाने की मांग की है।