रूस और यूक्रेन युद्ध के हफ्ते हो चुके हैं। राजधानी कीव से लेकर खारकीव में लगातार हमले कर रही है। कई शहर वीरान हो गए हैं। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने को लेकर सरकार की तरफ से कवायद जारी है। ऑपरेशन गंगा के तहत छात्रों को वापस लाया जा रहा है, जिसमें भारतीय वायुसेना भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार इस अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। वहीं छात्रों की सुरक्षित निकासी को लेकर वो कई हाईलेवल मीटिंग भी कर चुके हैं। जहां जेट्स गरज रहे हैं, क्रज मिसाइलें आग बरसा रही है। गोलियों की बारिश हो रही है। हेलीकॉप्टर और टैंक शहर में घूम रहे हैं। लेकिन क्या हो अगर कि सारी तबाही कुछ क्षण के लिए थम जाए? वजह, ये ताकि महफूज होकर वहां से भारतीय नागरिक निकल सके। दरअसल, यूक्रेन के खारकीव में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकलने के लिए छह घंटे तक हमले रोक दिए गए थे। भारत की पहल पर रूस ने ये बड़ी मोहलत देते हुए खारकीव में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए 6 घंटे युद्ध रोकने को तैयार हो गया। ये वक्त वहां फंसे भारतीय लोगों को सुरक्षित निकालकर आसपास के देशों के बॉर्डर तक पहुंचाने के लिए किया गया।
6 घंटे युद्ध रोकने को तैयार हो गया रूस
यूक्रेन के खारकीव में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकलने के लिए छह घंटे तक हमले रोक दिए गए थे। कहा जा रहा है कि भारत की पहल पर रूस ने ये बड़ी मोहलत देते हुए खारकीव में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए 6 घंटे युद्ध रोकने को तैयार हो गया। ये वक्त वहां फंसे भारतीय लोगों को सुरक्षित निकालकर आसपास के देशों के बॉर्डर तक पहुंचाने के लिए किया गया। इसे भारतीय कूटनीचि व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
पीएम मोदी ने की पुतिन से बात
बता दें कि रूस के सैन्य अभियान से बुरी तरह प्रभावित पूर्वी यूरोपीय देश यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए जारी अभियान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की और यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित निकासी पर चर्चा की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बात की। पीएमओ ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने यूक्रेन की स्थिति की समीक्षा की, खासकर खारकीव की जहां बड़ी संख्या में भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। उन्होंने युद्धग्रस्त क्षेत्र से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी पर चर्चा की।
रूस ने दिया था भरोसा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी से बातचीत के दौरान उन्हें ये भरोसा दिलाया था कि भारतीय छात्रों को वॉर जोन से सुरक्षित निकालकर भारत भेजने के लिए सभी जरूरी निर्देश जारी किए गए हैं। रूसी सेना इस दिशा में हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने भारतीय छात्रों के फौरन रेस्क्यू के लिए रूसी सेना द्वारा खारकीव से रूस तक एक सुरक्षित कॉरिडोर बनाने की भी बात कही थी। इसके अगले दिन ही रूस 6 घंटे तक युद्ध रोकने के लिए तैयार हो गया है।