सोनभद्र (काशीवार्ता)। जिले में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है, मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर पी लेता है, लेकिन मूक पशु पक्षियों को प्यास में तड़पना पड़ता है, अत: इस भीषण गर्मी में जरूरत है उनके लिए पानी की व्यवस्था करना, डॉक्टर बृजेश महादेव ब्लॉक स्काउट मास्टर द्वारा एक मुहिम के तहत घर के आसपास वृक्षों में जल से भरे छोटे घड़े या कटोरे लटकाया जा रहा है और लोगों को इसके लिए जागरूक किया जा रहा है कि अपने घर के आस-पास के पेड़ों में जल से भरे बर्तन को लटकाए ताकि कोई पक्षी प्यार से तड़पने ना पाए। गर्मियों में कई परिंदों व पशुओं की मौत पानी की कमी के कारण हो जाती है। लोगों का थोड़ा सा प्रयास घरों के आस पास उड़ने वाले परिंदों की प्यास बुझाकर उनकी जिंदगी बचा सकता है। सुबह आंखें खुलने के साथ ही घरों के आस-पास गौरेया, मैना व अन्य पक्षियों की चहक सभी के मन को मोह लेती है। घरों के बाहर फुदकती गौरेया बच्चों सहित बड़ों को भी अपनी ओर आकर्षित करती है। गर्मियों में घरों के आसपास इनकी चहचहाहट बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि लोग पक्षियों से प्रेम करें और उनका विशेष ख्याल रखें। सभी से अपील की कि छत में भी पानी की व्यवस्था करें, छायादार जगह बनाकर वहां पानी के बर्तन भर कर रखें। पक्षियों के लिए चना, चावल, ज्वार, गेंहूं आदि जो भी घर में उपलब्ध हो उस चारे की व्यवस्था छतों में करें। कम पानी वाले जल स्रोतों को गंदा न करें, इससे पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था हो सकती है।