लखनऊ। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) प्रमुख जयंत चौधरी को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) और रालोद के संयुक्त उम्मीदवार होंगे। बीते दिनों खबर सामने आ रही थी कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव अपनी पत्नी डिंपल यादव को राज्यसभा भेजने वाले हैं और उनके नाम भी तय हो चुका है। हालांकि डिंपल यादव की जगह से रालोद प्रमुख को राज्यसभा भेजा जा रहा है।
विधानसभा चुनाव पूर्व सपा और रालोद के बीच हुए गठबंधन धर्म को निभाते हुए अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी पर बड़ा दांव लगाया है। इन दिनों सपा के सहयोगी दल अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं। ऐसे में अखिलेश यादव रालोद प्रमुख को नाराज नहीं करना चाह रहे हैं। ऐसे में सपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जयंत चौधरी के नाम का ऐलान हुआ। पार्टी ने ट्वीट में लिखा कि जयंत चौधरी जी सपा एवं रालोद से राज्यसभा के संयुक्त प्रत्याशी होंगे।
सपा ने कपिल सिब्बल का किया समर्थन
कपिल सिब्बल सपा के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा जाएंगे। उन्होंने बुधवार को राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इस अवसर पर अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव भी मौजूद थे। आपको बता दें कि कपिल सिब्बल का समर्थन किए जाने के बाद से सपा के समीकरण बदलने लगे हैं। पहले खबर थी कि डिंपल यादव को पार्टी राज्यसभा भेजने वाली है। लेकिन सपा ने जयंत चौधरी को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की 11 सीटों के लिए आगामी 10 जून को चुनाव होने वाला है। सपा ने कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल और पूर्व राज्यसभा सदस्य जावेद अली को बुधवार को ही अपना उम्मीदवार घोषित किया था। दोनों नेताओं ने बुधवार को ही नामांकन किया था। उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में सपा के 111 सदस्य हैं और वह अपने 3 उम्मीदवारों को आसानी से राज्यसभा भेज सकती है।