वाराणसी (काशीवार्ता)। आईआईटी बीएचयू फाउंडेशन जो आईआईटी बीएचयू के पूर्व छात्रों का यू.एस. आधारित स्वयं सेवी व गैर-लाभकारी संस्था है, ने सूचित किया है कि फाउंडेशन को एक मिलियन यू.एस डॉलर(रू 7 करोड़ 76 लाख 30 हजार) का दान अमेरिका के उद्यमी एवं समाज-सेवी श्रीदेश देशपांडे व उनकी पत्नी जयश्री देशपांडे द्वारा प्राप्त हुआ है। उन्होंने यह दान अपने पिता के सम्मा्न में दिया है, जो संस्थान के 1948 बैच के स्नातक हैं। संस्थान उनके पिता के सम्मान में पुस्तकालय का नाम रखेगा। श्रीदेश देशपांडे ने बताया कि उनके पिता श्रीनिवास देशपांडे केवल एक विशिष्ट सार्वजनिक सेवा कैरियर से जुड़े व्यक्ति ही नहीं है, बल्कि उन्हें एक नागरिक के रूप में महत्वपूर्ण गौरव प्राप्त है। 1948 में बीएचयू में औद्योगिक रसायन विज्ञान में बीएससी करने के बाद 31 वर्षों तक सार्वजनिक क्षेत्र में काम करते हुए 1980 में संयुक्त श्रम आयुक्त के रूप में कर्नाटक से सेवानिवृत्त हुए। इसके बाद उन्होंने हुबली में चिन्मय मिशन के अध्यक्ष, शरीफ ट्रस्ट के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। फाउंडेशन के अध्यक्ष अरुण त्रिपाठी ने कहा कि हम देशपांडे और उनकी पत्नी जयश्री के इस महत्वपूर्ण उपहार के लिए आभारी हैं। निदेशक आईआईटी प्रो.प्रमोद कुमार जैन ने श्रीदेश देशपांडे और उनकी पत्नी जयश्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह पूर्व छात्रों की उपलब्धियां हैं जो भविष्य के प्रौद्योगिकी लीडरों को प्रशिक्षित करने के लिए संकाय सदस्यों और कर्मचारियों को प्रेरित करती हैं। हमें उनके सम्मान में पुस्तकालय का नामकरण करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है क्योंकि वह समाज को बदलने के लिए ज्ञान की शक्ति के जीवंत उदाहरण हैं।प्रो. राजीव श्रीवास्तव, अधिष्ठाता (संसाधन एवं पूर्व छात्र), आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी ने श्रीनिवास देशपांडे के मातृ संस्था के लिए श्रीदेश देश पाण्डेय के उदार दान के लिए आभार व्यक्त किया । ं