वाराणसी(काशीवार्ता)। योगी सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंगा में चलने वाले क्रूज का दायरा बढ़ाने जा रही है । काशी में आने वाले मेहमानों को अब विवेकानन्द क्रूज कराएगा। कारकंडेय माहादेव धाम के दर्शन। काशी विश्वनाथ धाम के विस्तार और वाराणसी के विकास के बाद बनारस में पर्यटकों की आमद में तेजी से इजाफा हो रहा है। योगी सरकार पर्यटन को विस्तार देने के लिए क्रूज का दायरा बढ़ा रही है। अब ये क्रूज गंगा से गोमती नदी तक पर्यटकों को लेकर जाएगी और मार्कण्डेय महादेव के दर्शन कराएगी। पहले
से ही क्रूज अध्यात्म,धर्म और इतिहास को समेटे हुए काशी के 84 घाटों का नजारा पर्यटकों को दिखा रही है। काशी के घाटों का नजारा देखने के लिए देशी ही नहीं विदेशी सैलानी भी रोज काशी आते है। अब ये मेहमान क्रूज से सुबहे-ए-बनारस और गंगा आरती देखने के साथ मारकंडेय महादेव के भी दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए क्रूज के संचालन का दायरा बढ़ाया जाएगा। विवेकांनद क्रूज पर सवार होकर पर्यटक अध्यात्म,धर्म और इतिहास को संजोए हुए काशी के घाटों का नजारा देखकर खूब रोमांचित होते है। क्रूज के संचालक विकास मालवीय ने बताया कि रविदास घाट से राजघाट तक अभी क्रूज का संचालन हो रहा है। पर्यटक सुबहे -ए-बनारस और घाटों की आरती का अद्भुत नजारा देख रहे थे। अब इसका विस्तार करते हुए क्रूज रविदास घाट से मार्कडेंय धाम तक जाएगा। करीब 55 किलोमीटर की यात्रा होगी। ये यात्रा 9 घंटे में तय होगी। क्रूज पर कुशल गाइड रहेंगे जो पर्यटकों को काशी के धरोहरों के संबंघ में धार्मिक ,आध्यात्मिक और ऐतिहासिक जानकारी देंगे। क्रूज पर ही बनारसी खान -पान का इंतजाम होगा। सुरक्षा की दृष्टि से ये क्रूज अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप और सुरक्षा के सभी उपकरणों से लैस है।
धरोहरों के इतिहास से भी होंगे रू-ब-रू
इसके अंदर की साज सज्जा में काशी के धार्मिक और अध्यात्म के नजारे के साथ ही यहाँ के धरोहरों का इतिहास भी दशार्या गया है। अत्याधुनिक क्रूज व करीब 200 लोगो की क्षमता वाली दो रो-रो बोट स्वामी विवेकानंद और सैम माणिक शाह के अलावा दो और क्रूज पहले से ही घाटों की सैर करा रहे रहा है।