नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आज प्रवर्तन निदेशालय राहुल गांधी से पूछताछ कर रही है। इस पूछताछ के विरोध में कांग्रेस का आज सत्याग्रह देश के विभिन्न हिस्सों में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेताओं के द्वारा ईडी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा है। ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस के नेता गिरफ्तारी भी रह रहे हैं। इन सबके बीच स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर जबरदस्त तरीके से तंग करता है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि एक कंपनी जो 1930 में गठित होती है उसका नाम एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड। जिस पर अब गांधी परिवार का कब्ज़ा है। उन्होंने कहा कि इस अखबार के प्रकाशन के लिए एक ही परिवार को शेयर होल्डिंग दी गई और ये एक ही परिवार को इसलिए दी गई ताकि वे प्रकाशन न करें बल्कि रियल स्टेट का बिजनेस करें।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि 2008 में इस कंपनी ने अपने ऊपर 90 करोड़ का कर्ज चढ़ा लिया था और फैसला किया कि अब ये कंपनी प्रोपर्टी के बिजनेस में उतरेगी। 2010 में 5 लाख रूपए से यंग इंडिया नाम की कंपनी बनी और राहुल गांधी इसमें निदेशक के रूप में इसमें सम्मिलित हुए। उन्होंने कहा कि 75% मात्र उनकी हिस्सेदारी थी बाकी उनकी माता जी के पास, मोती लाल बोरा और ऑस्कर फर्नांडीज़ जैसे नेताओं के पास थी। भाजपा नेता ने दावा किया कि भ्रष्टाचार के समर्थन में कांग्रेस आज उतरी है। जो जेल से बेल पर हैं उन्होंने घोषणा की है कि आओ दिल्ली को घेरो एक जांच एजेंसी पर दबाव डालने के लिए…कांग्रेस शासित मंत्रियों को आमंत्रित किया गया। एजेंसी पर इस तरह से दबाव डालने को आप क्या नाम देंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी बनाई जाती है समाज की सेवा के लिए, लेकिन समाज की सेवा नहीं बल्कि वो कंपनी केवल गांधी परिवार की सेवा तक सीमित हो जाती है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि जो बेल पर हैं उन्होंने घोषणा की है कि आओ दिल्ली को घेरो, क्योंकि हमारा भ्रष्टाचार पकड़ा गया है। एक इन्वेस्टिगेशन एजेंसी पर दबाव डालने के लिए कांग्रेस शासित वरिष्ठ नेताओं को विशेष आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि एक इन्वेस्टिगेशन एजेंसी पर खुलेआम दबाव डालने वाली कांग्रेस की इस रणनीति को आप क्या नाम देंगे? भ्रष्टाचार के मुद्दों पर राहुल गांधी को तलब किया गया है, उन विषय पर विचार करें? मंत्री ने कहा कि एक जांच एजेंसी पर खुलेआम दबाव बनाने के लिए कांग्रेस नेता सड़कों पर उतर आए हैं क्योंकि उनके भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो चुका है। उन्होंने कहा कि आज जो गतिरोध कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी के बुलावे पर कर रहे हैं, मैं देश को बताना चाहूंगी कि ये लोकतंत्र को बचाने का प्रयास नहीं, बल्कि गांधी परिवार की 2,000 करोड़ की संपत्ति को बचाने का प्रयास है।