सीमाओं को सील कर चला जबरदस्त चेकिंग अभियान


वाराणसी(काशीवार्ता)। सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नई योजना अग्निपथ के विरोधियों पर नकेल के लिए स्थानीय प्रशासन ने कमर कस ली है। शुक्रवार को जिले में कई स्थानों पर प्रदर्शन, तोड़फोड़, आराजकता, रोडवेज एवं रेलवे की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने से अलर्ट वाराणसी की कमिश्नरेट पुलिस ने बीती देर शाम से ही जिले की सीमाओं को एक प्रकार से सील कर दिया । सीमा पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर सीमा में प्रवेश करने वाले सभी चार पहिया, दो पहिया वाहनों को रोककर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। वाहन पर सवार लोगों का पूरी तरह सत्यापन करने के बाद ही उन्हें जिले में प्रवेश दिया जा रहा था। सीमा पर तैनात भारी पुलिस बल वहां पहुंचने वाली प्राइवेट व रोडवेज बसों को भी रोककर उसमें सवार युवा यात्रियों की जांच कर रही थी। पुलिस के इस कार्य में पीएसी के जवान भी सहयोग कर रहे थे। आज सुबह पड़ोसी जिले जौनपुर में रोडवेज बस जलाने एवं मिर्जापुर में वाहनों पर पथराव की सूचना मिलते ही वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस खासी सक्रिय हो गई। आनन-फानन में जिले की सभी सीमाओं पर देखते ही देखते भारी पुलिस फोर्स की तैनाती बढ़ाकर जांच अभियान शुरू कर दिया गया। उधर, शहर में स्थित बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों समेत तमाम सार्वजनिक स्थानों पर आज सुबह से ही वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस की गश्त होती रही। समाचार देने तक बनारस में शांति व्यवस्था कायम रही।
3 थानों में 4 मुकदमे दर्ज किए गए
वाराणसी में शुक्रवार को अलग-अलग जगहों पर हुए उपद्रव को लेकर सिगरा, कैंट और जैतपुरा थाने में 4 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। नामजद आरोपियों में से 14 वाराणसी के ग्रामीण इलाकों के हैं। बाकी जौनपुर के 8, आजमगढ़ के 4, गाजीपुर के 2 और मऊ जिले के 1 उपद्रवी हैं। इसके अलावा 250 से अधिक आरोपी अज्ञात हैं। इन सभी के खिलाफ बलवा, हत्या का प्रयास, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि प्रदर्शन में शामिल युवा अग्निपथ योजना के संबंध में सोशल मीडिया की गलत जानकारियों के आधार पर भ्रमित हैं। पुलिस द्वारा सभी को समझाया गया था कि वह अपना ज्ञापन वगैरह दे दें और शांतिपूर्वक वापस लौट जाएं। इसके बावजूद कुछ लोगों ने शांति और कानून व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश की। इसलिए उनके खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई करने को बाध्य हुई।