मच्छरों की नर्सरी बना नगर निगम मुख्यालय


वाराणसी(काशीवार्ता)। भीषण गर्मी और उमस से परेशान लोगों को अब जल्द राहत मिलने जा रही है, क्योंकि बारिश का महीना शुरू हो चुका है। मानसून कुछ इलाकों में सक्रिय होता दिखाई दे रहा है। प्री मानसून की बारिश भी होने लगी है। लेकिन, बारिश आने के साथ कुछ मुसीबतें भी आती हैं। इनमें जलजमाव और मच्छरों का आतंक सबसे ऊपर होता है। हर साल बारिश के बाद से मच्छरों के आतंक की खबरें ठंड आने के पहले तक सुनने को मिलती हैं। इसे लेकर सरकार भी काफी परेशान हो जाती है और पानी के ठहराव को रोकने के लिए हर जिले के सरकारी महकमे को सख्ती से निपटने के आदेश दिए जाते हैं। लेकिन, अगर इस जिम्मेदारी को निभाने वाला नगर निगम ही अपने घर में मच्छरों की नर्सरी बना ले तो फिर क्या होगा? कुछ ऐसा ही हाल वाराणसी नगर निगम का है, जहां मच्छरों को पनपने के लिए पर्याप्त सुविधाएं मिल रही हैं। जानकारी देते नगर स्वास्थ्य अधिकारीदरसअल, नगर निगम मानसून की दस्तक के साथ ही घरों के बाहर गार्डन, अपार्टमेंट, सरकारी कार्यालय और रिहायशी इमारतों के अलावा अन्य जगहों पर जहां पानी का ठहराव हो सकता है, उसकी साफ-सफाई के लिए लोगों को जागरूक करने का काम कर रहा है। नगर निगम के अधिकारियों का मानना है कि जब शासन की तरफ से कोई आदेश जारी होता है तो उससे संबंधित विभाग को कुछ पावर भी मिल जाती हैं। इससे वह नियम का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं, लेकिन क्या यह कानूनी कार्रवाई सरकारी विभागों पर भी हो सकती है। इस सवाल के जवाब में भी अधिकारियों ने यही कहा कि नगर निगम के ऊपर भले ही साफ-सफाई की जिम्मेदारी और मच्छरों के आतंक को रोकने का जिम्मा हो फिर भी नगर निगम के बेसमेंट से लेकर नगर निगम में मौजूद नाले नालियां पूरी तरह से गंदे पानी से चोक हो रखे हैं।
गंदे पानी से पूरी तरह से पटी हुई यह नालियां मच्छरों के लिए सबसे मुफीद जगह है। फर्स्ट फ्लोर के नीचे हॉल नुमा बेसमेंट में कमर तक पानी भरा है। पानी इतना काला और गंदा है जिसे देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मच्छरों के लिए यह स्थान सबसे सुरक्षित है। यहां आने वाले लोगों के लिए बहुत बड़ा खतरा है, क्योंकि मच्छरों का प्रकोप बारिश आने के साथ ही बढ़ने लगता है और डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां भी देखने को मिलती हैं। इसके बाद भी वाराणसी नगर निगम ना ही शासन के आदेश को मान रहा है और ना ही लोगों के स्वास्थ्य की चिंता कर रहा है।
नगर स्वास्थ अधिकारी
की स्वीकारोक्ति
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनपी सिंह का कहना है कि नगर निगम को दी गई ताकतों के मुताबिक, वे ऐसे लोगों पर कार्रवाई कर सकते हैं, जो सरकारी आदेश की अवहेलना करते हैं। बारिश के मौसम में पानी के ठहराव को सही तरीके से रोकने में सहायता नहीं करते हैं, लेकिन जब उनसे यह पूछा गया कि यह आदेश नगर निगम पर भी लागू होता है तो उन्होंने कहा कि हां बिल्कुल। हालांकि आॅफ द रिकॉर्ड उन्होंने इस बात को खुद स्वीकार भी किया कि नीचे बेसमेंट में और नालियों में गंदा पानी भरे होने की उन्हें जानकारी है। इसके लिए उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों को बता भी रखा है। लेकिन, किन्हीं कारणों से इसकी सफाई नहीं हो पा रही है। फिर भी पूरा प्रयास किया जाएगा कि इस बार नगर निगम के बेसमेंट को पूरी तरह से साफ करके मच्छरों के प्रकोप से मुक्ति दिलाई जा सके।