ईडी की खामोशी, अंसारियों की बढ़ेगीं मुश्किलें


गाजीपुर (काशीवार्ता)। मुख्तार और उनके सहयोगियों पर प्रवर्तन निदेशालय ईडी की छापेमारी के बाद उसकी खामोशी ने अंसारियों की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ा दी है। अभी तक सार्वजनिक रूप से मीडिया के सामने ईडी ने आकर इस छापेमारी के संबंध में कोई अधिकृत बयान नहीं दिया है। वैसे माना जा रहा है कि जो सबूत ईडी को मिले हैं वह अंसारियों की परेशानियों को बढ़ाने के लिए काफी है।गुरूवार के बाद शुक्रवार को ईडी ने खान ट्रवेल्स के यहां दूसरे दिन भी रिकार्ड खंगाले। ईडी को यहां पर कई चैंकाने वाले अभिलेख मिले हैं। जिसके तार कई राज्यों से भी जोड़कर देखे जा रहे हैं। इधर ईडी की कार्रवाई यूपी और पूर्वांचल के साथ ही जिले की सियासत में चर्चा का विषय बनी रही। इस कार्रवाई के बाद सांसद अफजाल अंसारी भाजपा पर पूरी तरह से भड़क गए। उन्होंने साफ किया कि मेरा दामन कल भी बेदाग था, और आज भी बेदाग है। मेरे दामन को दागदार करने की कोशिश की जा रही है। जिसका जवाब पूर्वांचल की जनता 2024 में भाजपा का सफाया करके देगी। कहा कि इस बार केंद्र की सत्ता से भाजपा को बेदखल करके ही हम चैन लेंगे।
बसपा सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि चाहे ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स के अलावा दुनिया की कोई एजेंसी जो चाहे जांच कर लें। पाक साफ दामन है और पाक साफ ही मिलेगा। उन्होंने सत्तारुढ़ पार्टी का नाम लिए बगैर कहा कि 2024 में पूर्वांचल से इन लोगों का सफाया होगा। सांसद मुहम्मदाबाद स्थित फाटक से बृहस्पतिवार देर शाम आठ बजे ईडी की टीम लौटने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस नियत और मंशा से एजेंसी लगाई गई है। उसने महाराष्ट्र, कोलकत्ता, दिल्ली में अपने कारनामे दिखाए हैं। हमलोग तो बहुत छोटी सी चीज हैं, लेकिन हमारे पीछे भी इस एजेंसी को लगाया गया। पूछताछ के लिए बुलाया जाता रहा। उनके सवालों के जवाब दिए। घर पर आए और जैसी मर्जी थी, पूरे घर की तलाशी भी ली। सांसद ने तंज कसते हुए कहा कि अगर कुछ होता तो सबको पहले पता चल जाता। मशीनें मंगाई जाती है, गिनती करने के लिए। अगर आपत्तिजनक चीज होती तो सब कुछ आता। मेरी कोई चीज उन्होंने कब्जे में भी नहीं ली। एजेंसी जांच कर रही है, मैंने उनका सहयोग किया। मेरा मोबाइल, लैपटॉप, डेस्कटॉप उसमें क्या मैटेरियल है, उसकी उन्होंने रीडिंग निकाल ली है। जो पेपर उन्हें चाहिए थे, उसे भी उन्हें उपलब्ध करा दिए गए हैं। सवाल के जवाब भी उन्हें दे दिए गए हैं। मेरा हौसला न कल पस्त था और न आज पस्त है। 2024 में भी मेरी निगाह मछली की आंख की तरह लगी है और पूर्वांचल में उन लोगों का फिर सफाया होगा।