सारनाथ (वाराणसी) काशीवार्ता। काशी की पहचान पूरे देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में दो चीजों से है। पहला बाबा काशी विश्वनाथ तथा दूसरी बनारसी साड़ी। ऐसे में बनारसी साड़ी का निर्माण कर रहे बुनकरों की हालत अच्छी ना होना ठीक नहीं है। इनके हालात सुधारने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह कटिबद्ध है। उत्तर प्रदेश सरकार एवं कर्नाटक सरकार द्वारा रेशम को सही मूल्य एवं अच्छी क्वालिटी का उपलब्ध कराने के लिए ही आज इस केंद्र का शुभारंभ हो रहा है। उक्त बातें उत्तर प्रदेश सरकार के खादी एवं ग्रामीण उद्यम, हैंडलूम एंड टेक्सटाइल मंत्री राकेश सचान ने कांशीराम सिल्क एक्सचेंज पहड़िया में डिपो (विक्रय केंद्र) का उद्घाटन करने के बाद कही। इस मौके पर उनके साथ कर्नाटक के रेशम उत्पादन युवा अधिकारिता और खेल मंत्री नारायण गौड़ा भी उपस्थित थे। श्री सचान ने कहा कि बुनकरों का मैं आभार व्यक्त करना चाहता हूं क्योंकि उनकी मेहनत और कलाकारी से आज पूरी दुनिया बनारसी साड़ी को जानती है। साथ ही उन्होंने कहा कि कर्नाटक एक छोटा प्रदेश होने के बावजूद भी पूरे देश में रिकॉर्ड रेशम का उत्पादन करता है, जिससे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। कर्नाटक के मंत्री नारायण गौड़ा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की सहायता से हम यहां के किसानों को अपने यहां ले जाकर नई टेक्नोलॉजी द्वारा प्रशिक्षित करेंगे जिससे वह ज्यादा से ज्यादा रेशम की पैदावार को बढ़ा सकें और उनकी अच्छी आय भी हो सके। इस काम के लिए उन्होंने प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि जिस तरीके से इस कार्य में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमारी सरकार को संयुक्त रूप से कार्य करने के लिए उत्साहित किया है, यह एक बहुत ही सराहनीय कार्य है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार मंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि काशी की शान और गौरव बनारसी साड़ी के लिए पर्याप्त मात्रा में रेशम उपलब्ध कराने की कर्नाटक सरकार की मदद से पूरी कोशिश की जाएगी। अंत में कर्नाटक से आए उच्च अधिकारियों ने बुनकरों को आश्वासित किया कि अब उन्हें इस केंद्र के माध्यम से अच्छी क्वालिटी का उचित मूल्य पर रेशम उपलब्ध कराया जाएगा।