(आजाद खान बापू)
भदोही (काशीवार्ता)।कालीन नगरी भदोही में पहली बार आयोजित चार दिवसीय इंटरनेशनल इंडिया कार्पेट एक्सपो का मंगलवार को समापन हो गया है। इस एक्सपो में 63 देशों के 225 विदेशी खरीदारों ने शिरकत की। कार्पेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के मुताबिक इस एक्सपो की वजह से 500 करोड़ के व्यापार का सृजन हुआ है। दो से तीन महीनों में एक्सपो की वजह से बड़े पैमाने पर कालीन का निर्यात विदेशी बाजारों में होगा। वैश्विक स्तर पर भदोही की पहचान खुबसूरत और रंग-बिरंगी कालीन के निर्माण के लिए होती है। यहां के कुशल बुनकरों की अनूठी कारीगरी की वजह से बड़े पैमाने पर विदेशी बाजारों में कालीन का निर्यात होता है। पहली बार कालीननगरी में आयोजित चार दिवसीय इंडिया कार्पेट में 200 से अधिक कालीन निर्यातकों ने अपने स्टॉल लगाए थे। 48 देशों के 213 विदेशी खरीददार इस मेले में पहुंचे, जहां उन्होंने कालीन के विभिन्न उत्पादों के सैंपल का अवलोकन किया। स्थानीय निर्यातकों का कहना है कि भदोही में आयोजित एक्सपो की वजह से छोटे कारोबारियों को बड़ा लाभ मिला है।
कार्पेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष उमर हमीद ने बताया कि इस एक्सपो की वजह से 500 करोड़ के व्यापार का सृजन हुआ है। आने वाले 2 से 3 महीनों में यह निर्यात का रूप लेगा। कालीन उद्योग और इससे जुड़े बुनकरों को बड़ा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि भदोही में पहली बार इतना बड़ा आयोजन करना काफी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उम्मीद से ज्यादा सफलता मिली। इस एक्सपो से उद्योग के लिए बाजार के नए अवसर खुलेंगे और छोटे और मध्यम भारतीय कालीन निर्यातकों को अपने उत्पादों को विदेशों में बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि इंडिया कार्पेट एक्सपो अंतरराष्ट्रीय कालीन खरीदारों, एजेंटों, आर्किटेक्ट्स और भारतीय कालीन निमार्ताओं और निर्यातकों को मिलने और दीर्घकालिक व्यापार संबंध स्थापित करने के लिए एक आदर्श मंच है। 213 विदेशी खरीदार आॅस्ट्रेलिया, बहरीन, बेलारूस, बेल्जियम, ब्राजील, कनाडा, चिली, कोलंबिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंग्री, इजराइल, इटली, जॉर्डन, जापान, लीबिया, लिथुआनिया, मॉरीशस,
म्यांमार, नेपाल, नीदरलैंड, ओमान, फिलिस्तीन, पनामा, रोमानिया, रूस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्वीडन, टियावान, थाईलैंड, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, वियतनाम आदि ने इंडिया कारपेट एक्सपो में भाग लिया। विदेशी खरीदारों, खरीददारों, डिजाइनरों, वास्तुकारों आदि के 207 प्रतिनिधियों ने भी इंडिया कारपेट एक्सपो का दौरा किया। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद ने देश भर के 239 प्रतिष्ठित छोटे, मध्यम और बड़े निर्माता निर्यातकों जैसे उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, मध्य प्रदेश आदि के उत्पादों का प्रदर्शन किया। मेले के आयोजक सीईपीसी ने उल्लेख किया कि वर्तमान मंदी की प्रवृत्ति में भारत कालीन एक्सपो में दुनिया भर से विदेशी खरीदारों की उपस्थिति ने भारत कालीन एक्सपो की स्थिति और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय उत्पादों की मांग को स्थापित किया है। यह आयोजन मध्यम और छोटे निर्यातकों के लिए फायदेमंद होगा जो एक तरफ विदेशी प्रदर्शनियों में अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं और दूसरी तरफ उत्पादन और आपूर्ति में भारत की क्षमता दिखाते हैं। गुणवत्ता वाले उत्पाद। सीओए, सीईपीसी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने खुशी व्यक्त की और डॉ. स्मिता नागरकोटी, कार्यवाहक कार्यकारी निदेशक-सह-सचिव और परिषद के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को मेले को एक भव्य सफलता बनाने के लिए उनके अथक और अथक प्रयासों के लिए बधाई दी।