अर्थव्यवस्था के जीवंत रूप में उभरा सूक्ष्म व लघु उद्यम


वाराणसी (काशीवार्ता)। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम मंत्रालय राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने चांदपुर स्थित औद्योगिक आस्थान चांदपुर के डीआईसी प्रशासनिक ब्लॉक में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तर के विक्रेता विकास कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश उद्यमियों की बिक्री को बढ़ाना और एमएसएमई के तरफ से दी जा सुविधाओं के बारे में जानकारी देना है। केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रीय विक्रेता विकास कार्यक्रम पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि 10 लाख 24 हजार से अधिक एमएसएमई की मौजूदगी वाले इस अग्रणी औद्योगिक राज्य में उपस्थित होना सौभाग्य की बात है। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार ने सामूहिक रूप से काम किया है। एक जिला एक उत्पाद् को प्रोत्साहित करने जैसी योजनाओं को लागू करने में योगदान दिया। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र पिछले 5 दशकों में भारतीय अर्थव्यवस्था के बेहद जीवंत और गतिशील क्षेत्र के रूप में उभरा है। उन्होंने बताया कि पिछले 2 वर्षों में चैम्पियन पोर्टल पर प्राप्त 99 प्रतिशत शिकायतों का उत्तर दिया जा चुका है, अब हम उन मुद्दों को हल करने में अधिक सक्रिय हो गए हैं जो इस क्षेत्र के विकास को बाधित करते हैं। उन्होंने बैंक के अधिकारारियों से उद्यमियों को आ रही समस्याओं को दूर करने का निर्देश देते हुए कहा कि उद्यमी भाइयों को अपने परिवार की तरह समझते हुए समस्याओं को दूर करने का प्रयास करें। बताया कि पीएमईजीपी के तहत पिछले वर्ष एक लाख से अधिक उद्यमियों को स्थापित किया गया जो कि पिछले चौदह वर्षों का रिकार्ड है। इससे 8.50 लाख से अधिक रोगजार उपलब्ध हुए हैं। उन्होंने जीरो डिफेक्ट जीरो इफेक्ट (जेड) योजना का लाभ उठाने के लिए एमएसएमई उद्योग जगत का आह्वान किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं आगंतुकों का स्वागत करते हुए एल. बी.एस. यादव, संयुक्त निदेशक, एमएसएमई- विकास कार्यालय, प्रयागराज ने विभाग से सम्बंधित योजनाओं का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। आर.के.चौधरी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इण्डियन इण्डस्ट्रीज एशोसिएशन ने अपने सम्बोधन में बताया कि आज के औद्योगिक वैश्विकरण के परिवेश में इस प्रकार के कार्यक्रम होने से उद्योग में क्रांति पैदा हो सकती है। हमारे उद्यमी बंधु इस प्रकार के जागरूकता वाले कार्यक्रम में अधिक से अधिक हिस्सा लेकर इसका लाभ उठा सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में आर.के. चौधरी, सहा. निदेशक शाखा- एमएसएमई-विकास कार्यालय ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, अतिथि एवं सभी उद्यमियों को धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। संचालन वी.के. राणा, सहायक निदेशक एमएसएमई- विकास कार्यालय द्वारा किया गया।