वाराणसी(काशीवार्ता)। वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली समस्या की भयावहता हर गुजरते दिन के साथ बढ़ती जा रही है। इससे स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है कि प्रमुख हितधारक चिंतन और कार्य करने के लिए एक साथ आएं। वायु गुणवत्ता जीवन सूचकांक (एक्यूएलआई) के अनुसार, शिकागो विश्वविद्यालय द्वारा विकसित एक ट्रैकर 25% की एक स्थायी राष्ट्रव्यापी वायु प्रदूषण में कमी के जरिये उत्तर प्रदेश के निवासियों के जीवन में 2.1 वर्ष की वृद्धि कर देगा। इसका न केवल फेफड़ों पर बल्कि शरीर के लगभग हर अंग पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए वाराणसी के मंडल आयुक्त कौशल राज शर्मा तथा पुलिस आयुक्त अशोक मूथा जैन के मार्गदर्शन में यूपी राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहयोग से लंग केयर फाउंडेशन के साथ मिलकर उनके कार्यक्रम डॉक्टर्स फॉर क्लीन एयर एंड क्लाइमेट एक्शन के माध्यम से एक सिटी एक्शन ग्रुप बनाने के लिए नियोजन किया गया। यह विभिन्न क्षेत्रों के कई हितधारकों से नेतृत्व, सुझाव और योगदान का पता लगाएगा। यह संवाद को बढ़ावा देने, मुद्दे को परिभाषित करने, संभावित समाधानों की पहचान करने, समाधानों को एक साथ लाने और अगले कदमों पर चर्चा द्वारा किया जाएगा।कार्यक्रम का उद्देश्य स्वच्छ हवा और जलवायु अभियान के लिए सुधारात्मक और सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए वाराणसी में कई हितधारकों को शामिल करके सुविचारित और सामूहिक रूप से एक कार्यसूची विकसित करना है। डॉ. ए.पी. माहेश्वरी (पूर्व आईपीएस), संरक्षक, लंग केयर फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश में इस आंदोलन की शुरूआत की है। कानपुर, आगरा तथा गाजियाबाद में सिटी एक्शन ग्रुप के गठन में उन्होंने एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाई है। अब वह वाराणसी के लिए इन प्रयासों की अगुवाई कर रहे हैं। ये सभी कार्यक्रम सही खाका बनाने में मदद करेंगे और दीर्घकालिक सतत प्रयासों की दिशा में काम करने वाले कई हितधारकों की मदद करेंगे।