वाराणसी (काशीवार्ता)। उत्तर प्रदेश सरकार की इंडस्ट्री फ्रेंडली एमएसएमई नीतियों की घोषणा के कारण तथा मुख्यमंत्री के इन्वेस्टर्स समिट के आवाहन के परिप्रेक्ष्य में इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन वाराणसी के उद्यमियों ने नए उद्योग लगाने हेतु बड़ी पहल की है। आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी ने बताया कि आईआईए वाराणसी द्वारा इन्वेस्ट यूपी पोर्टल पर एम एसएमई के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से अभी तक 1200 करोड़ से अधिक के प्रस्ताव भेजे जा चुके है फरवरी माह में लखनऊ में आयोजित होने वाली इन्वेस्टर्स मीट से पूर्व यह आंकड़ा 2000 करोड़ तक पहुंच जाने की संभावना है। इसी प्रकार आईआईए टेक्सटाइल तथा फूड प्रोसेसिंग सेक्टर से लगभग 1000 करोड़ के प्रस्ताव तैयार कर रहा है। सरकार का सहयोग मिला तो शीघ्र ही उद्योग स्थापना की शुरूआत हो जायगी। आईआईए के राष्ट्रीय सचिव राजेश भाटिया ने बताया कि नए उद्योग लगाने हेतु सर्वप्रथम भूमि की आवश्यकता होती है आई आई ए द्वारा सरकार को इस हेतु सुझाव दिया है कि रामनगर में गवर्नमेंट प्रेस की लगभग 25 एकड़ निष्प्रयोज्य भूमि यदि उद्यमियों को आवंटित कर दी जाय तो सिर्फ वहा पर लगभग 50 से अधिक सूक्ष्म तथा लघु उद्योग लग जायेंगे और 500 करोड़ से ज्यादा का निवेश भी संभव है। इसके अतिरिक्त आई आई ए का वाराणसी में लगभग 25 एकड़ का निजी इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की भी योजना है। आईआईए राष्ट्रीय फूड प्रोसेसिंग कमेटी के चेयरमैन दीपक बजाज ने कहा कि पूर्वांचल में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की अपार संभावनाएं हैं। इस में सरकार की नीतियां भी काफी अच्छी हैं। तमाम उद्यमी खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाने हेतु तैयार है। इस अवसर पर उमाशंकर अग्रवाल, राजकुमार शर्मा, अनुज कुमार डीडवानिया, राहुल मेहता, यू.आर. सिंह, नीरज पारीख, हर्षद तन्ना, ओम प्रकाश बदलानी, श्रीनारायण खेमका, प्रशांत अग्रवाल, मनीष कटारिया, गौरव गुप्ता,संजय गुप्ता, नारायण कोठरी, आर.सी. जैन, गौरव खंडेलवाल आदि उद्यमी उपस्थित रहे।