वाराणसी (काशीवार्ता)। मां गंगा के पावन तट, पड़ाव स्थित अघोरेश्वर महाविभूति स्थल के पुनीत प्रांगण में नवनिर्मित अघोरेश्वर भगवान राम योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सायंकाल श्री सर्वेश्वरी समूह के अध्यक्ष औघड़ गुरुपद संभव राम की गरिमामयी उपस्थिति में फीता काटकर नारियल बलि के साथ किया। इससे पूर्व अवधूत भगवान राम नर्सरी विद्यालय के बच्चों ने सीएम योगी का स्वागत किया। तत्पश्चात सीएम ने अघोरेश्वर भगवान राम की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर पूजन किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति को अपना रही है। आयुष पद्धति में भारत को हेल्थ टूरिज्म का हब बनाने का सामर्थ्य है। इसके लिए हमें तैयार होना होगा। डबल इंजन की सरकार इस दिशा में तेजी से कार्य कर रही है और अगर धार्मिक संस्थाएं भी इसमें भागीदार बनें तो आयुष का ये क्षेत्र नई गति के साथ नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मस्तिष्क से ही समर्थ और सशक्त राष्ट्र का निर्माण होगा। इसके लिए भारत की प्राचीन और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति सबसे ज्यादा प्रभावी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले हम सुना करते थे कि लोग उपचार कराने दुनिया के विकसित देशों में जाया करते थे। मगर आज पूरी दुनिया प्राचीन भारतीय ज्ञान और परंपरा में बेहतर स्वास्थ्य की संभावनाएं तलाश रही है। सर्वेश्वरी समूह के अध्यक्ष व औघड़ गुरुपद संभव राम की मौजूदगी में समस्त कार्यक्रम सम्पन्न हुए। इसके अलावा यूपी के मंत्री अनिल राजभर, रविन्द्र जायसवाल, दयाशंकर मिश्र दयालु, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, विधायक सुशील सिंह, डा. अवधेश सिंह व जौनपुर के एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू सहित तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर आश्रम से जुड़े तमाम श्रद्धालु व भक्त भी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने। सर्वेश्वरी सैनिकों का पूरे कार्यक्र्रम में अतुलनीय सहयोग रहा जिसके लिए सीएम ने भी उनकी मंच से भूरि-भूरि प्रशंसा की।
परमात्मा के साथ संबंध जोड़ती है अघोर साधना
सीएम योगी ने कहा कि भारत की शैव परंपरा में अघोर परंपरा साधना की एक ऐसी प्रकृति है जो अगर आध्यात्मिक दृष्टि से देखें तो जगत में रहकर परमात्मा के साथ संबंध जोड़ती है और व्यवहारिक दृष्टि से देखें तो समाज को एक सूत्र में जोड़ करके सामाजिक न्याय की धारणा का साक्षात उदाहरण प्रस्तुत करती है। अघोरेश्वर बाबा कीनाराम के द्वारा जिस अघोर परंपरा को नया जीवन दिया गया, उसे अघोरेश्वर भगवान राम ने नई ऊंचाई देने का कार्य किया। हम सब इस बात को महसूस करते हैं कि वाराणसी-चंदौली सीमा पर गंगातट पर पड़ाव और उसके आसपास के क्षेत्र में दीन दु:खियों, कुष्ट रोगियों, निराश्रित बच्चों के लिए सर्वेश्वरी समूह सेवा का जैसा उदाहरण प्रस्तुत कर रही है वो न सिर्फ अद्भुत है बल्कि अनुकरीणीय भी है। अघोर परंपरा ने समाज में हर प्रकार के भेदभाव को दूर करके समतामूलक समाज के निर्माण में अपना योगदान दिया है।
प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र का किया अवलोकन
सीएम योगी ने सर्वेश्वरी समूह के अध्यक्ष औघड़ गुरुपद् संभवराम जी के साथ अघोरेश्वर भगवान राम योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने संस्था की ओर से संचालित स्कूल के बच्चों से मुलाकत भी की। सीएम योगी केअनुसंधान परिसर में ही बिल्व (बेल) पौधे का रोपण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज स्वामी विवेकानंद की जयंती भी है।
भारत के सनातन हिन्दू धर्म, वेद और दर्शन से दुनिया को अवगत कराने वाले स्वामी विवेकानंद का जन्म हम राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। इस अवसर पर इस पुनीत धाम और अघोरेश्वर भगवान राम की इस पावन धरती पर इस पवित्र कार्यक्रम से जुड़ने का अवसर मिला है।