वाराणसी(काशीवार्ता)। हॉट एयर बैलूंस शो का आज सुबह ट्रायल किया गया। इसमें 10 बैलूंस ने सेंट्रल हिंदू स्कूल कैंपस से उड़ान भरी। यह बैलूंस गंगा पार करके प्राचीन घाटों और मंदिरों का एरियल व्यू का दर्शन कराते हुए चंदौली तक गए। इनमें 30 देशी-विदेशी पर्यटकों ने सैर की। 1500 फीट की ऊंचाई तक बैलूंस ने उड़ान भरी। मौसम साफ होने की वजह से सुबह विजिबिलिटी 500 मीटर तक रही। हालांकि अब इसकी सैर केवल अधिकारी और एससीओ देशों के प्रतिनिधि ही कर पाएंगे। आम लोगों को इसकी अनुमति नहीं दी जा रही है। शाम को इस बैलूंस फेस्टिवल की आॅफिशियल शुरूआत होगी। दरअसल, शंघाई सहयोग संगठन के प्रतिनिधि पहली बार वाराणसी आए हैं। इसमें एससीओ देशों के 100 से ज्यादा राजनयिकों का डेलिगेशन है। एससीओ सदस्यों को देखते हुए ही 17 से 20 जनवरी तक हॉट एयर बैलूंस शो और बोट रेस का आयोजन किया गया है।
पर्यटक हॉट एयर बैलूंस से सैर नहीं कर पाएंगे
उप निदेशक प्रीति श्रीवास्तव ने कहा, पहले हॉट एयर बैलूंस से सैर का टिकट 500 रुपए निर्धारित किया गया था। मगर, ज्यादा डिमांड होने पर इसे लिमिटेड कर दिया गया। अब सिर्फ एससीओ की कांफ्रेंस में आए मेंबर्स और अफसरों को ही बैलूंस में उड़ान की अनुमति है। आम पब्लिक सिर्फ इसका नजारा ले सकती है।
प्रात: 6 बजे हॉट एयर बैलूंस ने भरी उड़ान
सुबह करीब 6 बजे वाराणसी के सेंट्रल हिंदू स्कूल से 10 हॉट एयर बैलूंस ने उड़ान भरी। पूरी काशी को ऊंचाई से दिखाने के बाद बैलूंस ने चंदौली में लैंड किया। गांवों में बैलून के पहुंचते ही बच्चे खुश हो गए। हालांकि, बैलूंस के पास उनको नहीं आने दिया गया। इसके बाद चंदौली से पर्यटकों को निजी वाहन से वापस सेंट्रल हिंदू स्कूल कैंपस तक लाया गया। बैलून फेस्टिवल में हॉट एयर बैलूंस उड़ाने की जिम्मेदारी 10 विदेशी और 2 देसी पायलटों के पास है। यूके से 5 और बाकी यूएसए, कनाडा, स्पेन-पोलिश, जापान और भारत से एक-एक पायलट हैं।