नड्डा की सभा से अधिक भीड़ जुटाने की होगी अग्निपरीक्षा


गाजीपुर (काशीवार्ता)। पूर्व पंचायती राज मंत्री स्व. कैलाश यादव की मूर्ति के अनावरण करने 9 फरवरी को गाजीपुर आ रहे अखिलेश यादव की जनसभा में दो लाख भीड़ जुटाने को लेकर डा. वीरेंद्र यादव की अग्नि परीक्षा होगी। अखिलेश की सभा पर पूरे जिले की नजर है।हालांकि कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए खुद जंगीपुर विधायक दिन रात एक करके मेहनत कर रहे हैं। वह गांवों में जाकर लोगों से हर घर से भीड़ लाने की अपील कर रहे हैं। यह कार्यक्रम भाजपा की उस रैली का जवाब होगा, जिसमें जेपी नड्डा एवं सीएम योगी आए थे। जंगीपुर विधानसभा से दूसरी बार सपा के विधायक निर्वाचित हुए डा. वीरेंद्र यादव अपने पिता की विरासत को संभाल रहे हैं। वह मौजूदा समय में पूरे जिले में यदुवंशियों के बड़े नेता माने जाते हैं, यही नहीं उन्हें दूसरी पीढ़ी का स्थापित नेता भी माना जाता है। वर्ष 2016 में स्व. कैलाश यादव के निधन के बाद अखिलेश यादव यहां आए थे, उस समय अखिलेश प्रदेश के सीएम थे।
जब तेरहवीं का कार्यक्रम हुआ तब भी अखिलेश आए। यानि तेरह दिन में दो बार गाजीपुर आकर अखिलेश यादव ने यह जताने की कोशिश की थी कि हमारे लिए कैलाश यादव कितने महत्वपूर्ण थे। अब वीरेंद्र यादव को अखिलेश ने महत्व देना शुरू कर दिया है। वीरेंद्र यादव ने अपने पिता की मूर्ति लुटावन महाविद्यालय में स्थापित की थी। लेकिन अखिलेश यादव से 2017 के बाद से ही समय नहीं मिल पा रहा था। इधर अचानक जेपी नड्डा और सीएम योगी के आगमन के बाद सपा में सियासी हलचल तेज हुई। यहां पर भाजपा के दोनों नेताओं ने सपा को ललकारा भी था। यहां तक कह दिया था कि सपा के निशान पर बटन दब जाता है तो माफिया पैदा हो जाते हैं। एक तरह से भाजपा ने 2024 के युद्ध का ऐलान कर दिया था। यह बात अखिलेश को चुभ गई थी और अचानक अखिलेश ने वीरेंद्र को बुलाकर मूर्ति अनावरण की तिथि 9 फरवरी रख दी। कहा कि ऐतिहासिक भीड़ जुटाकर भाजपा को करारा जवाब देना है। वीरेंद्र यादव ने बताया कि सभा ऐतिहासिक होगी और करीब दो लाख की भीड़ कार्यक्रम स्थल पर 9 फरवरी को पहुंचेगी।