वाराणसी (काशीवार्ता)। पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र एक ओर जहां रंगों के पर्व होली की तैयारी में जुटा है वहीं स्थानीय प्रशासन यहां अप्रैल में होने वाले अंतरराष्ट्रीय बैठकों की तैयारी में मशगूल है। जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए शहर को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है। इस बार काशी को दुनिया के 20 ताकतवर देशों के प्रतिनिधियों के अनूठे आतिथ्य का अवसर मिलेगा।
जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने कहा, काशी देश की सांस्कृतिक नगरी के रूप में पूरे विश्व मे पहचानी जाती है। इस शहर में आतिथ्य सत्कार की अपनी एक अलग पहचान है।उन्होंने बताया कि यहां जी-20 की छ: बैठकें होनी है, जिसको दृष्टिगत रखते हुए विभिन्न मार्गों के चौड़ीकरण के साथ ही उसे सजाया व संवारा जा रहा है। जो वाकई में दिखाई भी दे रहा है। जी-20 देशों के फ्लैग और उनकी संस्कृतियों से जुड़े विभिन्न पहलुओं की तस्वीरें सड़क के किनारे दीवारों पर उकेरी जा रही हैं। जिसे अब अंतिम रूप दिया जा रहा है। डीएम ने बताया पहली बैठक अप्रैल, दूसरी व तीसरी जून तथा चौथी, पांचवी व छठी बैठक अगस्त माह में होगी।
विश्व पटल पर बढ़ेगा काशी का मान-संजय गुप्ता
भाजपा काशी क्षेत्र के आर्थिक प्रकोष्ठ के संयोजक संजय गुप्ता ने कहा, वाराणसी में जी-2० की बैठक होने से पूरी दुनिया में इसका मान बढ़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र में इस तरह का आयोजन करके दुनिया को काशी मॉडल दिखाने की कोशिश की है। वास्तव में आज इस शहर में पर्यटकों की जो भीड़ आ रही है वो आश्चर्य जनक है, इसके लिये पीएम मोदी को कोटि-कोटि धन्यवाद।
सम्मेलन के दौरान वन-वे होगी ट्रैफिक-सीपी
सीपी मुथा अशोक जैन ने कहा, जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान विदेशी प्रतिनिधिमंडल के समक्ष पुलिस विभाग की एक अच्छी छवि प्रस्तुत हो, इसके लिए जोरशोर से कवायद की जा रही है। जनपद में ट्रैफिक समस्या को देखते हुए कुछ मार्गों को चिन्हित कर उसे वन वे किया जा रहा है। इन मार्गों से बिजली व टेलीफोन के पोल को हटाने को सम्बन्धित विभाग को निर्देशित कर दिया गया है। प्राइवेट बस स्टैंड को शहर से बाहर किया जा रहा है। आॅटो रिक्शा व ई-रिक्शा के लिए रुट का निर्धारण कर दिया गया है।चौराहों पर किसी भी वाहन को खड़ा नहीं होने दिया जायेगा।