वाराणसी(काशीवार्ता)। पिछले नौ माह से पेयजल संकट झेल रहे सारनाथ थाना क्षेत्र के सारंग चौराहे और आसपास के लोगों के सब्र का बांध शनिवार को टूट गया। क्षेत्र की महिलाओं के साथ पुरूष और बच्चे खाली बाल्टी लेकर सड़क पर उतर गये और सारंग चौराहा जाम कर दिया। लोगों का कहना था कि लगातार शिकायतों के बाद भी कोई अधिकारी सुनता नही। जिसके पास जाओ आश्वासन की घुट्टी पिलाता रहता है। आजिज आकर सड़क जाम करना पड़ा। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि नौ माह से उनके घरों में पानी नही आ रहा है। सुचारू रूप से कभी पेयजल आपूर्ति नही हुई। इसके कारण काफी दूर से उन्हें बाल्टियों में पानी लाना पड़ता हैं, जबकि पानी का टैक्स हमसे लिया जाता है। लोगों ने जलकल के अधिकारियों और कर्मचारियों से कई बार शिकायत की लेकिन उन पर कोई असर नही हुआ, समस्या ज्यों की त्यों बनी रही। शनिवार की सुबह महिलाएं और बच्चे खाली बाल्टी और बर्तन लेकर बाहर निकले और सारंग चौराहा जाम कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही सारनाथ पुलिस फास्ट हुई। मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि मामला पेयजल संकट का है और वह भी नौ माह से बना हुआ है। इस पर थाना प्रभारी ने जलकल विभाग के अधिकारी को सूचना दी। मीडिया पर फोटो और खबरें वायरल होने लगी तब जलकल विभाग जागा। सूत्रों के अनुसार जलकल विभाग के अधिकारी ने कुछ देर में मौके पर पहुंचकर समस्या का समाधान करने का थाना प्रभारी को आश्वासन दिया। यह बात थाना प्रभारी ने जाम करनेवालों को बताई, तब जाकर लोग शांत हुए। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि आश्वासन तो उन्हें नौ माह से मिल रहे थे। यदि इस बार समस्या का ठोस समाधान नही हुआ तो फिर विरोध प्रदर्शन करेंगे।