वाराणसी(काशीवार्ता)। चन्द्रशेखर जी की जयंती के अवसर पर जीवनदीप स्कूल आॅफ नर्सिंग, बड़ालालपुर में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. हरिकेष सिंह (पूर्व कुलपति जय प्रकाश नारायण विश्वविद्यालय, छपरा) ने अपने संबोधन में कहां कि चन्द्रशेखर जी अपने लोगो के बीच में भोजपुरी भाषा का प्रयोग करते थे। खास बात यह थी कि वह अपनी बात पूरी बेबाकी के साथ रखते थे। जीवनदीप शिक्षण समूह के चेयरमैन डा० अशोक कुमार सिंह ने कहा कि उनके विचारों में बहुत गहराई थी जिसे उन्होने अपने लेखन के जरिये उजागर किया। उनकी शैली इतनी तीव्र थी कि उनका विरोध करने का सामर्थ्य किसी में नहीं था। पूर्व अपर संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा० अंशु सिंह ने कहा कि चन्द्रशेखर जी अपने कर्मो एवं स्वभाव के कारण सदैव स्मरणीय रहेंगे।