उद्योग-कारोबार जगत को दीर्घकालिक के साथ तात्कालिक राहत की दरकार


वाराणसी (काशीवार्ता)।आईआईए द्वारा एक वेबिनार (विडिओ कॉन्फ्रेंसिंग) का आयोजन आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर.के. चौधरी की अध्यक्षता एवं पूर्वांचल के प्रमुख उद्यमी / कारोबारियों की उपस्थिति में हुआ। वेबिनार में निम्नांकित बिंदुओं को मीडिया के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया गया। बैठक में कहा गया है कि सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने एवं औद्योगिक गतिविधियों के सुचारु संचालन हेतु प्रधानमंत्री द्वारा 20 लाख करोड़ का पैकेज दिया जाना अत्यंत सराहनीय एवं राहतकारी है , परन्तु यह राहत पैकेज दीर्घकालिक है और आज की आवश्यकता यह है कि कोरोना के कहर से प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द और सीधी राहत मिले चाहे वो उद्यमी हो व्यापारी हो मजदूर या किसान 12 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देने वाले एमएसएमई को 3 लाख करोड़ रुपए का पैकेज दिया गया, जिसमें बिना गारंटी के कर्ज का प्राविधान भी है , परन्तु तात्कालिक राहत देने के लिए बैंको एवं अन्य सरकारी संस्थानों द्वारा मौजूदा कर्ज के ब्याज से मुक्ति देना ज्यादा असरकारी सिद्ध होगा । इस वैश्विक महामारी के चपेट में आये बंद पड़े उद्योगों एवं कारोबारियों से बिना उपयोग में लिए गए विद्युत का फिक्स्ड चार्ज एवं बिल लिया जाना अनुचित ही नहीं अन्यायपूर्ण है, केंद्र एवं प्रदेश सरकार को कम से कम उद्योग एवं कारोबार जगत को आर्थिक एवं मानसिक राहत देने के लिए इसे तत्काल पूर्णरूप से माफ करना न्यायपूर्ण एवं उचित होगा ।
एमएसएमई का सरकारी उपक्रमों में बकाया लगभग 5 लाख करोड़ रुपया तत्काल अवमुक्त किया जाना भी अर्थव्यवस्था को गति देने में सहायक सिद्ध होगा । एमएसएमई को प्रदेश सरकार द्वारा दी जाने वाली नई औद्योगिक नीति 2017 के अंतर्गत सब्सिडी का भी बकाया करोडों रुपया अवमुक्त कर दिया जाये तो इस सेक्टर को संजीवनी मिलेगी एवं इसको पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी। सरकार द्वारा मार्च से अगस्त तक पीएफ में दिए जाने वाली सहायता / राहत 15000/- तक मासिक वेतन पाने वाले सभी उद्योगों को दी जाय, इसमें 90 प्रतिशत से कम वाला प्राविधान हटाने से ही सभी उद्योगों को इसका वांछित लाभ मिलेगा , क्योंकि 15000 रुपये मासिक पाने वाले 90 प्रतिशत कर्मचारियों वाला उद्योग नाममात्र ही है। उद्यमियों ने कहा कि सरकार ने उद्यमियों, कारोबारियों , कामगारों एवं किसानों को राहत देने के लिए तमाम कदम उठाये है , उनसे कुछ न कुछ लाभ अवश्य होगा, परन्तु बात तब बनेगी जब आर्थिक, व्यापारिक माहौल सुधरेगा, इसके लिए सरकार को उपरोक्त सुझावों पर अविलम्ब निर्णय लेकर तत्काल दिशा निर्देश जारी करना होगा । वेबिनार में प्रमुख रूप से राजेश भाटिया, नीरज पारिख, दीपक बजाज, श्रीनारायण खेमका, सर्वेश अग्रवाल,पंकज अग्रवाल, वशिष्ट सिंह यादव, रतन सिंह, मोहनदास अग्रवाल, राहुल मेहता, यूआर सिंह आदि उपस्थित थे ।