वाराणसी (काशीवार्ता)। सड़क बनाने के दौरान जिन पेड़ों के जड़ों को कोलतार से ढक दिया गया था उन्हें फिर से हटाकर पेड़ों को सांस लेने की जगह मुहैया कराई जाएगी। यह जानकारी पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता केके सिंह ने काशीवार्ता को दी। पिछले दिनों जी20 सम्मेलन के दौरान शहर की सड़कों पर रातों-रात कोलतार की परत चढ़ाई गई थी। इस दौरान पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं और ठेकेदार की लापरवाही के चलते सड़क के किनारे लगे पेड़ों के जड़ों तक कोलतार बिछा दिया गया। इससे पेड़ों के सांस लेने और बरसात के पानी का रास्ता बंद हो गया। काशीवार्ता ने सर्वप्रथम इस लापरवाही को उजागर किया था। कल जब जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं को डांट पिलाई तो वे चेते। प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता केके सिंह ने बताया कि ठेकेदार की लापरवाही के चलते ऐसा हुआ। अब सभी सहायक और जूनियर इंजीनियरों को अपने अपने क्षेत्र में उन पेड़ों को चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है जहां यह लापरवाही बरती गई। उन क्षेत्रों में ठेकेदारों से नि:शुल्क कोलतार हटाया जाएगा, ताकि पेड़ों को हवा और पानी मिल सके।