वाराणसी(काशीवार्ता)। धीरेन्द्र महिला पी.जी. कालेज में “कोहा” साफ्टवेयर के प्रबन्धन और उपयोग पर आधारित राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। तीन दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में “कोहा” के विषय में विस्तृत चर्चा की गयी तथा बताया गया कि इसका उपयोग एक ओपन सोर्स इन्टीग्रेटेड लाइब्रेरी सिस्टम के रूप में विश्व के अधिकतर शिक्षण संस्थानों में लाइब्रेरी को अधिक सुविधाजनक तथा ई-सुविधाओं से युक्त बनाने के लिए किया जा रहा है। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए नालंदा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर एच.एन. प्रसाद ने कहा कि यह एक वेव आधारित ओपन सोर्स इंटीग्रेटेड लाइब्रेरी सिस्टम है, जिसमें कई भाषाओं में अनुवाद की सुविधा उपलब्ध है। डॉ. भीमराव अंबेडकर राष्ट्रीय संस्थान जालंधर के डिप्टी लाइब्रेरियन डी.पी. त्रिपाठी ने प्रतिभागियों को साफ्टवेयर के बारे में विस्तृत जानकारी दी। समापन सत्र में मुख्य अतिथि बीएचयू के लाइब्रेरी और सूचना विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. आदित्य त्रिपाठी ने लाइब्रेरी में डिजिटल उपयोग की आवश्यकता को देखते हुए इसे अधिक सुविधायुक्त और जनसहयोगी बनाने संबंधित डिजिटल तकनीक के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर कालेज की प्राचार्या डॉ. नलिनी मिश्रा, कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. श्वेता गुप्ता की प्रमुख सहभागिता रही।