वाराणर्सी(काशीवार्ता)। त्रिदेव मंदिर सेवक परिवार एवं श्रीकाशी सत्संग सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को नौ दिवसीय देवी भागवत महापुराण कथा का शुभारंभ हुआ। दुर्गाकुंड, संकट मोचन मार्ग स्थित साकेत मंडप में बने भव्य विशाल पंडाल में कथा श्रवण कराते हुए बालव्यास पण्डित श्रीकांत शर्मा ने कहा कि बड़े से बड़ा दुराचारी, पापी भी देवी भागवत की कथा श्रवण कर खुद को पुण्य का भागी बना सकता है। माँ सबकी इच्छा पूरी करती है, वासुदेव ने भी श्रीकृष्ण के जन्म के समय माँ भगवती की आराधना की थी। मनुष्य जब विपत्ति में पड़ता है तो वह देवताओं के पास जाता है, परन्तु जब देवता संकट में पड़ते है तो वो सीधा माँ भगवती की शरण मे जाते है। सभी देवता माँ के दरवाजे भिक्षा मांगने जाते है, परन्तु माँ किसी के दरवाजे नही जाती है। जिस घर मे देवी भागवत महापुराण रहता है वहां मां भगवती साक्षात निवास करती है। बालव्यास ने कहा कि देवी भागवत कथा श्रवण करने का कोई निश्चित समय निर्धारित नही है, सावन में, नवरात्रि में, गुप्त नवरात्रि में कथा श्रवण करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि जो इच्छा कही पूरी ना हो रही हो वह इच्छा भी माँ विंध्यवासिनी के दरबार मे जाकर पूरी हो जाती है। कथा में मुख्य रूप से राधे गोविंद केजरीवाल, बजरंग केजरीवाल, भरत सर्राफ, अनूप सराफ, मदन केजरीवाल, प्रदीप केजरीवाल, अशोक केजरीवाल, प्रशांत केजरीवाल, संचित केजरीवाल, अवधेश खेमका, सुरेश तुलस्यान, गौरी धानुका, अनूप पोद्दार, चंद्रमौली उपाध्याय, कृष्ण कुमार काबरा सहित समस्त केजरीवाल परिवार उपस्थित रहे। संचालन महेश चौधरी ने किया। शोभायात्रा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ कथा के शुभारंभ के अवसर पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई।