खरबों की सौगात से विकास को लगेंगे पंख


वाराणसी। देश के प्रधानमंत्री व वाराणसी के सांसद नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को दो दिनी दौरे पर काशी आ रहे हैं। हर बार की तरह इस बार भी वे अपने संसदीय क्षेत्र की जनता को खरबों की परियोजनाओं की सौगात देंगे। हांलाकि इस बार की सौगात में वाराणसी के अलावा पूर्वांचल के जिलों पर भी नेमतें बरसेंगी, जबकि सर्वाधिक फोकस रेल परियोजनाओं पर होगा। पीएम के आगमन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी आये और पीएम के सभा स्थल समेत अन्य संभावित कार्यक्रम स्थलों का जायजा लिया।

इस दौरान उन्होंने पीएम के स्वागत के लिए काशी को आकर्षक रूप से सजाने संवारने का अफसरों को निर्देश दिया। बतादें कि पीएम की सभा वाजिदपुर गांव में आयोजित है। सभा के लिए मंच का निर्माण युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। सभा स्थल के समीप हैलिपैड के साथ ही श्रोताओं को बैठाने के लिए वाटरप्रूफ पंडाल बनाया जा रहा है। भाजपा संगठन ने सभा में 50 हजार से अधिक लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा है।
वाराणसी। प्रधानमंत्री के वाराणसी आगमन के मद्देनजर उनके प्रवास स्थल बरेका में तैयारियां तेज हो गई है। मंगलवार को बरेका के केंद्रीय खेल मैदान पर ईंट से तीन हेलीपैड का निर्माण शुरू कर दिया गया है जिसमे आज सुबह तक 2 हेलीपैड बन कर तैयार हो गए थे।बरेका में प्रधानमंत्री के आवागमन के रास्ते पर सड़क के मध्य डिवाइडर को दुरुस्त किया जा रहा है।साथ ही कुछ जगहों पर उसकी धुलाई करवाकर उसको रंगा जा रहा है। बरेका आॅफिसर गेस्ट हाउस में जिस कमरे में पी एम रुकते है उस कमरे का फर्नीचर व कमोड आदि बदला जा रहा है।साथ ही बी एल डब्लू में जगह जगह बैरीकेड लगा दिए गए हैं और सुरक्षा की दृष्टि से गेस्ट हाउस जाने वाले मार्ग पर आर पी एफ लगी हुई है।
तीन परियोजनाओं का शिलान्यास नहीं करेंगे पीएम
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सौगात मिलने वाली परियोजनाओं में तीन को शिलान्यास की सूची से हटा दिया गया है। मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने लोकार्पित व शिलान्यास होने वाली परियोजनाओं परमंगलवार को मुहर लगा दी। अब प्रधानमंत्री 12110 करोड़ रुपये की सौगात देंगे। अंतिम समय में हटाई जाने वाली परियोजनाओँ में 17.06 करोड़ रुपये से गंगा किनारे चंद्रप्रभु जैन मंदिर के पास चंद्रावती घाट का पुनर्विकास, 10.55 करोड़ से रामनगर में शास्त्री घाट का पुनर्विकास और इतनी ही लागत से सामनेघाट का पुनर्विकास का कार्य शामिल है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक इन तीनों परियोजनाओं का पूर्व में भूमि पूजन हो चुका है। इसकी जानकारी होने पर उन्हें हटाने का निर्णय लिया गया।
पीएम मोदी के दो दिनी प्रस्तावित दौरे की तैयारी में जी-जान से जुटा सरकारी अमला