कालोनियों से होकर गुजरेगा रोपवे


वाराणसी (काशीवार्ता)। शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने के क्रम में बनी 644.49 करोड़ की रोपवे योजना धीरे-धीरे गति पकड़ रही है। इसके 2025 आखिर तक पूर्ण आकर लेने का कार्यदायी एजेंसी दावा कर रही है। फिलहाल इसके लिये पांच स्टेशन बनाये जा रहे हैं। जिसमें पहला कैंट, दूसरा विद्यापीठ, तीसरा रथयात्रा, चौथा गिरजाघर और पांचवां गोदौलिया पर होगा। इनका रूट कालोनियों से होकर बनाया गया है। हालांकि पूर्व में इसे सड़क मार्ग से ले जाने की योजना थी, लेकिन किन्ही करणों से अब कैंट से विद्यापीठ और वहां से अशोक नगर, गांधी नगर, सिद्धगिरी बाग होते हुए रथयात्रा तक जाएगा। वहां से गुरूबाग सहित विभिन्न कॉलोनियों से निकालते हुए गिरजाघर चौराहा, फिर आखिरी स्टेशन गोदौलिया तक यात्रियों को पहुँचाया जाएगा। रोपवे कुल 3.8 किलोमीटर की दूरी 16 मिनट में तय करेगा। जबकि अभी इस दूरी को तय करने में 45-50 मिनट का समय लगता है।
बताया जाता है कि यह ट्रॉली कारे सड़क से 50 मीटर की ऊंचाई पर होंगे। एक रूट पर 3 ट्रॉली कारे एक साथ चलेंगी। एक ट्रॉली में 10 यात्री सवार हो सकेंगे। यात्रियों के लिए हरदम ट्रॉली उपलब्ध रहेगी। इसमें 1 घंटे में 3 हजार लोग एक तरफ से यात्रा कर सकेंगे। रोपवे दिन में 16 घंटे चलेगा। प्रोजेक्ट की लागत को केंद्र और राज्य सरकार के बीच 80-20 के अनुपात में बाटा गया है। यह 2 साल में तैयार हो जाएगा।
काशी की संस्कृति व कला की दिखेगी झलक : पूजा मिश्रा
रोपवे को बनाने वाली कंपनी एनएचएलएमएल की असिस्टेंट मैनेजर पूजा मिश्रा ने काशीवार्ता को बताया, सभी 5 स्टेशनों पर काशी की कला और धर्म की झलक स्पष्ट दिखाई देगी। उन्होंने कहा, गोदौलिया सबस्टेशन पर यात्रा पूरी होगी। जहां उतरकर पर्यटक विश्वनाथ कॉरिडोर जाकर बाबा विश्वनाथ का दर्शन, गंगा स्नान एवं गंगा आरती का आनंद उठा सकेंगे। उन्होंने बताया कि एकसाथ 148 ट्राली से यात्री जा सकेंगे। इधर विद्यापीठ और रथयात्रा चौराहे के पास चल रहे रोपवे के कार्य का कल विभाग के अधिकारियों ने औचक निरीक्षण किया साथ ही काम को समय से पूरा करने का निर्देश दिया।