वाराणसी (काशीवार्ता)। भारत की सांस्कृतिक राजधानी काशी, संगीत की सभी विधाओं गायन, वादन, नृत्य, रंग-कर्म से परिपूर्ण है। यहां के संगीतकार अपनी कला का पूरी दुनिया में लोहा मनवा चुके हैं।काशी के अनेक संगीतकार भारतरत्न, पद्म विभूषण, पद्म भूषण एवं पद्मश्री के अलावा कई राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान से विभूषित हो चुके है।सांस्कृतिक महोत्सव के माध्यम से जनपद के कलाकारों को मंच प्रदान करना है।
उक्त बातें आज जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने राइफल क्लब में एक प्रेसवार्ता के दौरान दी।कहा, काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के माध्यम से छिपी हुई शहरी व ग्रामीण प्रतिभाओं की खोज करना है।उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने, नवीन प्रतिभाओं को अवसर प्रदान करने के साथ ही अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से औरों को परिचित कराने के उद्देश्य से काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव-2023 का चार चरणों में आयोजन किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि पहले चरण में महोत्सव के लिए अभी तक 41 हजार लोगों द्वारा पंजीकरण कराया जा चुका है। यह कार्यक्रम 13 से 17 सितंबर तक आयोजित होगा। दूसरे चरण में सांसद खेल महोत्सव होगा, जो 10 से 2 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। इसमें सीनियर सिटीजन को भी सम्मिलित किया गया है। तीसरे चरण में सांसद ज्ञान प्रतिगोगिता होगी। यह 12 से 26 जनवरी 24 में व टूरिस्ट गाइड प्रतियोगिता फरवरी के प्रथम सप्ताह में कराने की योजना है।
जिलाधिकारी ने बताया, महोत्सव के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र में न्याय पंचायत स्तर पर चयनित प्रतिभागियों को खण्ड विकास स्तर पर प्रतिभाग करने का अवसर प्रदान किया जायेगा। जबकि खण्ड विकास स्तर पर चयनित प्रतिभागियों को जनपद स्तरीय महोत्सव में प्रतिभाग करने का अवसर प्रदान किया जायेगा। इसी प्रकार शहरी क्षेत्र में जोनल स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में चयनित प्रतिभागियों को जनपद स्तरीय आयोजन में विकास खण्ड स्तर पर चयनित प्रतिभागियों के साथ प्रतिभाग करने का अवसर दिया जा रहा है। जनपद में स्थित सभी विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों को अन्तर्विश्वविद्यालयी आयोजन में प्रतिभाग करने तथा चयनोपरांत जिला स्तर पर प्रतिभाग का अवसर प्रदान किया जायेगा।