अपहरण के बाद मासूम की हत्या मामले में आठ संदिग्धों से पूछताछ


वाराणसी। काशी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से अपहरण के बाद मासूम बच्ची की हत्या के मामले में आदमपुर पुलिस ने आठ लोगों को हिरासत में लिया है। इस घटना की सबसे निराशाजनक और लापरवाही भरा पक्ष यह है कि स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे ही नही लगे हैं। इसके कारण पुलिस को आरोपितों तक पहुंचने के लिए माथापच्ची करनी पड़ रही है। फिलहाल मुखबिर की सूचना और उस क्षेत्र के संदिग्ध गतिविधियों वाले लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि चंदौली जिले के मुगलसराय क्षेत्र की एक कालोनी में रहने वाला परिवार 14 अगस्त की रात काशी स्टेशन पर सोया था। दोना-पत्तल बेचकर गुजारा करनेवाले इस परिवार के लोग पहले स्टेशन के बाहर खाली स्थान पर सोये थे। परिवार में तीन बेटियां, पत्नी और मां थीं। देर रात गर्मी ज्यादा महससू हुई तो पिता अपनी पांच साल की बेटी व पत्नी को लेकर प्लेटफार्म नम्बर तीन पर जीआरपी चौकी के सामने सोने चला गया। इसी दौरान किसी ने बच्ची का अपहरण कर लिया। कुछ ही दूर पर स्थित मालगोदाम में बच्ची से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर भाग निकला। इधर, बेटी की तलाश में परेशान परिवारवालों को 15 अगस्त की सुबह बेटी का शव झाड़ी में मिलने की सूचना मिली। घटना जीआरपी के क्षेत्र में हुई लेकिन शव आदमपुर थाना क्षेत्र में होने के कारण पुलिस इसकी जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार फोरेंसिक टीम ने मौके से जुटाए आरोपित के स्पर्म के नमूने और संदिग्धों के डीएनए से मिलान कराया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि यदि काशी स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो अबतक दुराचारी शिकंजे में आ चुके होते। वह भी दुष्कर्मी बच्ची को जीआरपी चौकी के सामने से उठा ले गया और किसी की नजर तक नही पड़ी। दूसरा यह कि रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा के दावे तो करता है लेकिन इस आधुनिक युग में इस स्टेशन पर सुरक्षा के उपकरण नही हैं। ऐसे में आदमपुर पुलिस अंधेरे में तीर मार रही है। हिरासत में लिये गये आठ लोगों से अलग-अलग पूछताछ हो रही है।