वृक्षारोपण से जीव सृष्टि का संरक्षण संभव: योगी


लखनऊ। कोरोना संकटकाल में आयुर्वेद के महत्व को समझाते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अधिक से अधिक वृक्षारोपण करके ही जीव सृष्टि को संरक्षित किया जा सकता है।

योगी ने आज यहां कुकरैल वन में ‘मिशन वृक्षारोपण-2020’ का शुभारम्भ करते हुये कहा कि पेड़ पौधों की मानव जीवन में विशेष अहमियत है और मौजूदा कोरोना संकटकाल लोगों को यह महत्व समझ में आ रहा है।

कोरोना से बचाव के लिये अनेक ऐसी औषधीय वनस्पतियां हैं, जिनका काढ़ा पीने से हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। उन्होने कहा कि सरकार प्रदेश का हरित क्षेत्र बढ़ाने के लिए संकल्पित है और जनसहभागिता के जरिये वृक्षारोपण जैसे वृहद कार्यक्रम को सफल बनाया जा सकता है।

व्यापक जनसहभागिता एवं अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से प्रदेश में एक दिन में 25 करोड़ से अधिक औषधीय, फलदार, पर्यावरणीय, छायादार, चारा औद्योगिक व प्रकाष्ठ की दृष्टि से महत्वपूर्ण 201 से अधिक प्रजातियों के पौधे रोपे जा रहे हैं। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से वृक्षारोपण कार्यक्रम को एक नई गति प्राप्त हुई है। जल संरक्षण में भी वृक्षारोपण का विशेष महत्व है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 30 लाख आवास उपलब्ध कराए गए हैं। इन आवासों में सहजन के पौधे को रोपित करने का कार्य किया गया है। उन्होंने सहजन के महत्व को बताते हुए कहा कि इसकी फली का सेवन करने से कुपोषण से बचा जा सकता है।