हिन्दुओं के सात पवित्र स्थलों में से एक है हरिद्वार


हरिद्वार को एक बेहद पवित्र नगरी माना जाता है। यह हिन्दुओं के सात पवित्र स्थलों में से एक है। अमूमन भारतीय एक बार हरिद्वार जरूर जाना चाहते हैं। हिन्दुओं के प्रमुख तीर्थ माना जाने वाले हरिद्वार में लोग गंगा नदी में स्नान करने की इच्छा रखते हैं और हर की पौड़ी पर अपना समय बिताना चाहते हैं। यहां पर आपको कई मंदिर भी देखने को मिलेंगे। यकीनन इस स्थान का अपना एक धार्मिक महत्व है। लेकिन इसके अलावा भी ऐसी कई चीजे हैं, जो आपको हरिद्वार में रहते हुए जरूर करनी चाहिए।
राजाजी नेशनल पार्क में घूमना- हरिद्वार के समीप वनाच्छादित तलहटी में 820 वर्ग किमी को कवर करने वाला यह नायाब पार्क अपने जंगली हाथियों के लिए जाना जाता है। यह नेशनल पार्क हरिद्वार से कुछ नौ किलोमीटर की दूरी पर है। राजाजी उत्तरी भारत के प्रमुख वन्यजीव अभ्यारण्यों में से एक है, और भू-भाग के वनस्पतियों और जीवों को देखने के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक है। पार्क का नाम दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी श्री सी राजगोपालाचारी के नाम पर रखा गया है, जिन्हें लोकप्रिय रूप से राजाजी कहा जाता था। यहां पर आपको 23 प्रजातियों की स्तनधारियों और 315 पक्षियों को देखने का मौका मिलेगा। आप यहां पर सुबह या शाम को हाथी की सवारी भी कर सकते हैं।
हर की पौड़ी की संध्या आरती- अगर आप हरिद्वार जा रहे हैं तो वहां पर आपको हर की पौड़ी में संध्या आरती को जरूर देखना चाहिए। हर की पौड़ी में की जाने वाली संध्या आरती का एक अलौकिक अनुभव होता है। हर की पौड़ी हरिद्वार का सबसे पवित्र घाट माना जाता है। इस घाट को ब्रह्म कुंड के नाम से भी जाना जाता है, और इसका निर्माण राजा विक्रमादित्य ने अपने भाई ब्रितानी की याद में किया था, जो अक्सर गंगा नदी के तट पर ध्यान लगाते थे। प्रत्येक 12 वर्षों में आयोजित होने वाले कुंभ के दौरान गंगा में स्नान करने के लिए यह सबसे पवित्र और शुभ बिंदु माना जाता है।
पतंजलि योग पीठ में ध्यान लगाना- हरिद्वार में स्थित, यह भारत में योग और आयुर्वेद गतिविधियों का केंद्र है। 5000 साल पहले योग को इनवेंट करने वाले महर्षि पतंजलि के नाम पर, आश्रम स्वामी रामदेव जी महाराज के मार्गदर्शन में चलाया जाता है जिन्होंने योग को पुनर्जीिवत किया और इसे दुनिया भर में फैलाने में मदद की। पतंजलि योग पीठ आगंतुकों को योग कक्षाओं सहित कई सुविधाएं प्रदान करता है। यहां पर आप प्राचीन तकनीक जैसे कि क्रिया योग, हठ योग और अष्टांग योग आसानी से सीख सकते हैं।