विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे सचिन पायलट


नई दिल्ली/जयपुर। राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस पार्टी की विधायक दल की बैठक के लिए पार्टी के 90 विधायक पहुंचे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई ने इसकी जानकारी दी है। इसी बीच कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है, ‘मैं सभी कांग्रेस विधायकों से अपील करता हूं कि लोगों ने राज्य में एक स्थिर सरकार का नेतृत्व करने के लिए कांग्रेस को वोट दिया है, इसलिए सभी विधायकों को आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होना चाहिए और राज्य में हमारी सरकार को मजबूत बनाना चाहिए। पिछले 48 घंटों में, कांग्रेस नेतृत्व ने वर्तमान राजनीतिक स्थिति (राजस्थान में) के बारे में सचिन पायलट से कई बार बात की है।’ सुरजेवाला ने यह भी कहा, ‘किसी भी नेता को कोई दिक्कत है वे आगे आएं और पार्टी फोरम पर इसका उल्लेख करें। मैं स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार स्थिर है और हम पूरा कार्यकाल पूरा करेंगे।
राज्य सरकार बहुमत खो चुकी : भाजपा- भाजपा अध्यक्ष सतीश पुनिया ने कहा कि सचिन पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए सही उम्मीदवार थे, लेकिन अशोक गहलोत ने कार्यभार संभाला। तब से पार्टी में संघर्ष शुरू हो गया। आज जो हो रहा है, वह उसी संघर्ष का परिणाम है। राज्य सरकार बहुमत खो चुकी है।

पायलट पार्टी से ऊपर नहीं : अविनाश पांडेय

राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय के अनुसार कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बगैर किसी सूचना के न शामिल होने वाले विधायकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि पार्टी ने इस बैठक को लेकर व्हिप जारी किया है। पांडेय ने कहा कि उन्होंने पायलट से बात करने की कोशिश की और मैसेज भी भेजा है, लेकिन उन्होंने (पायलट) अभी तक जवाब नहीं दिया है। वे पार्टी से ऊपर नहीं है। पार्टी उनकी बात सुनने के लिए तैयार है, लेकिन किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पुनिया ने बयान पर दी सफाई

कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने सचिन पायलट के भाजपा में शामिल होने के बायन को लेकर सफाई दी है। गौरतलब है कि उन्होंने कहा था कि सचिन पायलट अब भाजपा में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस पार्टी के प्रति भाजपा का रवैया सभी जानते हैं। पार्टी को भाजपा से प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है। कांग्रेस पार्टी में, सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का सम्मान किया जाता है। इस बयान पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा, ‘सवाल सिंधिया जी के लिए पूछा गया था। जवाब भी मैंने सिंधिया को लेकर दिया था। गलती से मेरी जुबान फिसल गई और उनकी जगह सचिन पायलट का नाम ले लिया।’