कोरोना के चलते 400 वर्ष पुरानी मां विंध्यवासिनी धाम पर यात्रा स्थगित


वाराणसी। कोरोना महामारी के प्रकोप ने समूचे विश्व को झकझोर कर रख दिया है। बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए श्री बाल माता मंदिर ( देवी कोठा) मंडल ने 400 वर्ष पुरानी पदयात्रा को इस बार स्थगित कर दिया है। ज्ञात हो कि हर वर्ष श्रावण शुक्ल पक्ष दूज को देवी कोठा (लक्खीचौतरा) से सैकड़ों पदयात्री मां विंध्याचल धाम जाते थे। यह पद यात्री भीमचंडी, कंदवा में रुकते व भजन करते हुए षष्ठी तिथि को माता के धाम विंध्यांचल पहुंचते थे। यहां सप्तमी से एकादशी तक प्रतिदिन मां विंध्याचल मंदिर में मां का जगराता होता था। इस बार देवी भक्त अपने घरों में रहकर ही पूजा अर्चना करेंगे। आज चौक के लक्खी चौतरा स्थित देवी कोठा मंदिर में एक आवश्यक बैठक हुई । बैठक में महंत दीपक बहल, महंत राजगुरु, महंत संजय अरोड़ा के साथ वरिष्ठ सदस्य हरीश खन्ना , कुंदन गुरु आदि लोगों ने इस वर्ष पद यात्रा स्थगित करने का निर्णय लिया। मां विंध्यवासिनी स्वागत समिति के सचिव विकास मेहरोत्रा ने कहा कि उनकी समिति भी इस वर्ष शोभायात्रा नहीं निकालेगी। इस दौरान पदयात्रियों के स्वागत हेतु लगने वाला कैंप जमुआ बाजार व कछवा (मिजार्पुर) में नहीं लगेगा। सभा में महंत दीपक बहल ने सभी भक्तगण व पद यात्रियों से इस वर्ष भगवती की इच्छा व परिस्थिति को देखते हुए पद यात्रा न करने की अपील की है। महामारी समाप्त होने पर सभी भक्तगण मिलकर माँ का दर्शन करने जायेंगे।