यूपी में जंगलराज, इंसाफ के लिए आत्मदाह को लोग मजबूर : कांग्रेस


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में लोकभवन के सामने कल मां-बेटी के आत्मदाह के प्रयास के मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि पूरे प्रदेश में जंगलराज है।

अपराधियों और पुलिस का गठजोड़ चरम पर है। इंसाफ के लिए जनता आत्मदाह को मजबूर है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी और विधान परिषद नेता दीपक सिंह ने आज भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज का यह आलम है कि इंसाफ के लिए जनता आत्मदाह को मजबूर है। उन्होंने कहा कि अमेठी की जामों की रहने वाली दो महिलाएं दबंगों और पुलिस के रवैए से इतनी परेशान थीं कि उन्हें आत्मदाह को मजबूर होना पड़ा। यह प्रदेश सरकार के जंगलराज का चरम है कि पीड़ित आत्मदाह को मजबूर हो रहे हैं।

विधान परिषद नेता दीपक सिंह ने कहा, अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी लॉकडाउन में जनता की सेवा करने के बजाय लूडो और अंताक्षरी खेल रही थीं। अब उनके क्षेत्र में सत्ता संरक्षण में अपराध इतना बढ़ गया कि जनता आत्मदाह को मजबूर है। वे आखिर कहां गायब हैं? दीपक सिंह ने कहा कि सरकार ने अपनी गलती मानते हुए थाने के दारोगा को सस्पेंड भी किया है। फिर ये बिना सिर-पैर की साजिश क्यों?

कांग्रेस विधानमंडल दल नेता ने कहा कि विधानसभा के गेट नंबर तीन पर आत्मदाह की घटना के बाद भाजपा प्रशासनिक कमी को छुपाने और कांग्रेस प्रवक्ता को फंसाने की साजिश रच रही है। भाजपा को राजनीतिक शिष्टाचार नहीं भूलना चाहिए। कोई भी पीड़ित किसी भी राजनीतिक या सामाजिक संगठनों से मदद मांगता है। उसके दफ्तर जाता है, यह एक सामान्य सी बात है।