अच्छी खासी गाड़िaयों को कबाड़ बना दे रहे


(विशेष प्रतिनिधि)
वाराणसी (काशीवार्ता)। करोड़ों का घोटाला पकड़ में आने के बावजूद नगर निगम के परिवहन विभाग की कार्यशैली में कोई परिवर्तन नहीं आया है। स्थिति यह है कि अच्छी खासी स्थिति में होने के बावजूद नगर निगम के वाहनों को कबाड़ घोषित कर दिया जा रहा है। इसके बाद इन वाहनों को सिगरा स्थित निगम मुख्यालय के बगल की सड़कों पर लावारिस हालत में खड़ा कर दिया जाता है। फिर शुरु होता है असली खेल। धीरे- धीरे इन वाहनों के कलपूर्जे गायब होने लगते हैं। आरोप है कि टायर बैटरी से लेकर इंजन तक खोलकर कबाड़ मार्केट में बेच दिया जा रहा है। इस अनैतिक कार्य में निगम के भ्रष्ट कर्मचारियों का एक पूरा रैकेट काम करता है। पिछले दिनों परिवहन विभाग में करोड़ों का घोटाला पकड़ा गया था। इसके बाद तीन लिपिक व एक जेई को निलंबित कर दिया गया था। इसके साथ ही परिवहन प्रभारी अजय राम के खिलाफ कार्रवाई के लिये शासन को पत्र लिखा गया था। वह पत्र शासन में कहां गुम हो गया पता नहीं चला। क्योंकि प्रभारी अभी भी अपने पद पर कायम हैं तथा खेल बदस्तूर चालू है। ऐसा नहीं है कि इस घोटाले की जानकारी ऊपर के हुक्मरानों को नहीं है। सबकी जानकारी दुरुस्त है। परन्तु अज्ञात कारणों से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है। उल्लेखनीय है कि निगम की आय का प्रमुख स्रोत जनता से वसूला गया टैक्स है। इसके अलावा इसे शासन से भी अनुदान मिलता है। यह सारा पैसा जनता की गाढ़ी कमाई का हिस्सा है, परन्तु निगम में नीचे से लेकर ऊपर तक फैले भ्रष्टाचार ने सबकी आंखे बंद कर रखी है। पार्षदों की आवाज भी नक्कार खाने में तूती साबित हो रही है।