बनारसी लंगड़े ने किया राम राम, बाहरी का बढ़ा दाम


(डा. लोकनाथ पाण्डेय)
वाराणसी (काशीवार्ता)। सावन में आम की बहार हर बार रहती है। रसीले व अपने स्वाद को लेकर समूचे विश्व में प्रसिद्ध बनारसी लंगड़ा की लोकल आवक अब समाप्त हो गई है। सहारनपुर, गजरौला से आ रहे बाहरी लंगड़ा ने मंडी में उसका स्थान ले लिया है। आज मंडी में साधारण आम का दाम भी हजार से 15 सौ रुपए कुंतल तक बढ़ गया था। बनारसी लंगड़े के साथ लखनऊ की दशहरी के बाद चौसा आम की इस बार खूब खपत हुई तो बाजार कम खुलने से आमों के दाम भी सबकी पहुंच के अंदर ही रहा। दो दिन बाद खुली पहड़िया मंडी में आज बाहरी आम के दाम भी काफी ऊँचे हो गए। चौसा, सफेदा की आवक कम हुई तो बंगाल के आमो संग पहाड़ी आम बाजार में फैल गये है। आज मंडी में सामान्य चौसा आम का थोक रेट 4 हजार कुंतल रहा जो 5 दिन पूर्व तक मात्र 2 हजार के आसपास था। जो बैगनफली एक हजार कुंतल बेभाव था वह भी आज दुगुने 2 हजार कुंतल पर बेचा गया। पूर्वान्चल के बागानों से इस बार लंगड़ा व देशी आम की भारी आवक हुई थी। जिसके चलते लोगों ने आम का जमकर लुत्फ उठाया लेकिन अब लोकल लंगड़ा राम-राम कह चुका है। कोरोना संक्रमण के चलते पहड़िया मंडी 2 दिन बंद रही। मंडी में आज लोकल खरीददार ही पहुंचे। जिला प्रशासन ने एक बड़े व्यापारी के कोरोना पाजिटिव मिलने के बाद मंडी को शनिवार और रविवार को बंद कर दिया था । पूरे इलाके को सेनीटाइज करने के बाद कारोबार आज फिर से शुरू हुआ तो मात्र 6 घंटे के कारोबार में करोड़ों की डील हुई । कोरोना से बचाव के लिए मंडी के गेट पर कोई विशेष इंतजाम नहीं था फिर भी लोग स्वयं बचाव करते देखे गये। व्यापारियों ने मंडी में डंप माल आसपास के जिलों में भेजा तो पुराने आॅर्डर भी क्लियर किए जा रहे थे।

कई जिलोंं में हुई सप्लाई

फल सब्जी आढ़ती कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ श्याम नारायण कुशवाहा ने बताया कि आज भारी मात्रा में व्यापारी आये। इस दौरान पूर्वांचल के कई इलाकों में आलू प्याज लहसुन अदरक के साथ फलों की सप्लाई की गई। आज राजातालाब , कछवां , सैदपुर, गाजीपुर ,आजमगढ़, जौनपुर के मंडियों में भी यहां से माल भेजा गया।
सड़े फल सब्जियों से भी कमाई
मंडी में कई दिनों से डंप कच्चा माल खराब हुआ तो तमाम आढ़ती सड़े गले फल आदि निकालकर बाहर फेंकवा दिए । यह देख मंडी में घूमने वाले महिलाएं बच्चे तो कुछ पुरुष उसी में से कम सड़े माल छांटकर बाजारों में बेचने निकल गए।आलू प्याज के थोक आढ़तियों का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ लेकिन मंडी बंद होने से 2 दिन तक काफी कच्चा माल खराब भी हुआ है।