गठिया की समस्या से परेशान हैं तो अपने आहार पर दें खास ध्यान


बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी ही नहीं होती कि उनका खानपान उनके गठिया के दर्द को प्रभावित कर सकता है। गठिया की मुख्य वजह इनफलेमेशन है और अगर आप अपने डाइट में इनफलेमेटरी फूड्स को शामिल करते हैं तो इससे आपकी समस्या काफी हद तक बढ़ जाती है। इसलिए अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो आपको अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। आज हम आपको ऐसे ही कुछ फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी गठिया की समस्या को बढ़ा सकते हैं।
प्रोसेस्ड फूड- प्रोसेस्ड फूड जैसे पहले से पैकेज्ड मील व स्नैक्स आदि को आपको खाने से परहेज करना चाहिए। दरअसल, प्रोसेस्ड फूड को प्रिजर्व करने के लिए ट्रांस फैट का इस्तेमाल किया जाता है और यही ट्रांस फैट इनफलेमेशन को ट्रिगर कर सकते हैं।
ओमेगा-6 फैटी एसिड- कॉर्न, मूंगफली, सूरजमुखी, कुसुम, और सोया के तेल के साथ-साथ अधिकांश मीट में ओमेगा-6 फैटी एसिड में पाया जाता है। इनका केवल सीमित मात्रा में ही सेवन करना अच्छा माना गया है। अत्यधिक ओमेगा -6 फैटी एसिड युक्त भोजन के सेवन से यह इनफलेमेटरी केमिकल को ट्रिगर कर सकता है।
रेड मीट व फ्राइड फूड- रेड मीट में सैचुरेटिड फैट हाई होता है, जो उच्च कोलेस्टॉल और इनफलेमेशन का कारण बन सकता है। अगर आप गठिया की समस्या को बढ़ाना नहीं चाहते तो आपको फ्राइड मीट के साथ-साथ अन्य फ्राइड फूड जैसे डोनट्स व फ्रेंच फ्राइस आदि से भी दूरी बनानी चाहिए।
अत्यधिक शुगर- अगर आपको गठिया की शिकायत है तो आपको बहुत अधिक मीठे का सेवन भी नहीं करना चाहिए। जरूरी नहीं है कि आप सिर्फ चीनी की मात्रा को ही सीमित करें, बल्कि स्वीट डिश व अन्य तरल पदार्थों में भी शुगर की मात्रा को नियंत्रित करना बेहद आवश्यक है। अत्यधिक शुगर युक्त चीजों के सेवन से आपकी इनफलेमेशन की समस्या बढ़ सकती है।
चीज व हाई फैट डेयरी प्रॉडक्ट्स- चीज, बटर, क्रीम चीज व मेयोनेज आदि सैचुरेटिड फैट हाई होता है। यह इनफलेमेशन को ट्रिगर कर सकता है। इसलिए इस तरह के हाई फैट डेयरी प्रॉडक्ट का सेवन करते समय आपको संयम बरतने की आवश्यकता है।
नमक करेगा नुकसान- नमक के बिना भोजन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। लेकिन जिन लोगों को गठिया की शिकायत है, उनके लिए अत्यधिक नमक परेशानी खड़ी कर सकता है।

इसके अलावा आप अपने रेग्युलर नमक को काला नमक या पिंक साल्ट से स्विच कर लें।