आंखों के रास्ते भी प्रवेश कर सकता है कोरोना का संक्रमण


वाराणसी (काशीवार्ता)। शहर के प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक एवं लायंस आई बैंक के सचिव डा. अनुराग टंडन ने बताया कि कोरोना वायरस आंखों से भी फैल सकता है। जब हम आकर एक- दूसरे से बात करते हैं तो मास्क लगाने पर भी इस दौरान मुंह से लार के छोटे- छोटे कण निकलते हैं जिसे एरोसौल कहते हैं। वायरस इसी में होता है। इससे बचने के लिये प्रत्येक व्यक्ति को फेशशील्ड लगाना अत्यन्त आवश्यक है। फेशशील्ड नाक, मुंह के साथ ही आंखों को भी सुरक्षा कवच देता है। इससे किसी भी प्रकार का वायरस सामने वाले व्यक्ति तक न पहुंचेगा और न ही उसका कोई खतरा होगा। डा. टंडन ने बताया कि जो व्यक्ति 6 फुट की दूरी से बात कर रहा है, उसे फेशशील्ड की जरुरत नहीं है। फेशशील्ड को साबुन व गर्म पानी की सहायता से साफ कर सकते हैं। इसको पहनने पर बार-बार मास्क छूने अथवा उसे ठीक करने की जरुरत नहीं पड़ेगी। अस्पताल में यदि कोई इलाज कराने जा रहा है तो उसके लिये फेशशील्ड अत्यन्त आवश्यक है।