वाराणसी (काशीवार्ता)। पूर्व राष्ट्रपति व भारत रत्न प्रणव मुखर्जी के निधन से राजनिति के ऐसे युग का अन्त हो गया जिसमें व्यक्तिगत हितों को राजनैतिक हितों से उपर माना जाता था। उक्त विचार आज इंग्लिशिया लाइन स्थित कांग्रेस कार्यालय में पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउन्डेशन द्वारा देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते हुए वक्ताओं ने कही। दिवंगत नेता को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुये वक्ताओं ने कहा कि स्वर्गीय प्रणव मुखर्जी देश के उन चन्द नेताओं में थे जिनकी राजनैतिक सेवा का एक बड़ा और यशस्वी इतिहास रहा है। काशी , कांग्रेस और पंडित कमलापति त्रिपाठी से उनका गहरा लगाव था। पंडित जी के ही आग्रह पर उन्होंने केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री के रूप में वाराणसी के वस्त्र उद्योग के लिए कई बड़े कदम उठाये। ऐसे महान नेता के जाने से पूरा देश दुखी और मर्माहत है। इस दौरान विजय शंकर पाण्डेय आरटीआई सेल कै पूर्व चेयरमैन बैजनाथ सिंह , डाक्टर सतीश कुमार राय, पूर्व अध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, सेन्ट्रल बार के पूर्व अध्यक्ष राधेलाल, प्रभुनाथ पान्डेय, काशी विद्यापीठ पत्रकारिता विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष अनिल कुमार उपाध्याय , छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह, भूपेंद्र प्रताप सिंह, राकेश चन्द्र शर्मा ,अशोक पान्डेय देवेन्द्र सिंह, प्रमोद श्रीवास्तव, विनोद कुमार सिंह कल्लू, बृजेन्द्र लाल, श्रीवास्तव, शाहिद सलीम, आनन्द मिश्रा, राज कुमार आदि सम्मिलित रहे ।
दीपदान कर पूर्व राष्ट्रपति को किया नमन
वाराणसी। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन से काशी में दु:ख का माहौल छा गया। दशाश्वमेध घाट पर मोक्षदायनी मां गंगा में दीप दान कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्राथना की गई। मां गंगा की आरती में नमन किया गया। देश के कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए प्रणव मुखर्जी ने देश को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। गंगा सेवा निधि की ओर से पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि दी गयी। मां गंगा में दीप दान कर नम आंखो से उन्हें याद किया गया। इस दौरान गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र, सचिव हनुमान यादव उपस्थित थे।