शिवसेना ने किया प्रश्नकाल नहीं होने का समर्थन, NCP बोलीं- BJP छुपा रही अपनी नाकामियां


नई दिल्ली/। शिवसेना (Shiv Sena ) ने संसद के आगामी मानसून सत्र में प्रश्नकाल नहीं कराये जाने संबंधी केन्द्र की मोदी सरकरा के कदम का बृहस्पतिवार को समर्थन किया और कहा कि महामारी के बीच ”आपात स्थिति” के कारण यह निर्णय लिया गया है, जिसे सभी को समझने की आवश्यकता है। शिवसेना के नेता संजय राउत ने पत्रकारों से कहा कि सरकार से सवाल करने के लिए अन्य मंच हमेशा उपलब्ध हैं। वहीं, शरद पवार (Sharad Pawar) की पार्टी एनसीपी (NCP) ने प्रश्नकाल नहीं कराने पर ऐतराज जताया है और मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है।

लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय की अधिसूचना के अनुसार मानसून सत्र में न तो प्रश्न काल होगा और न ही गैर सरकारी विधेयक लाए जा सकेंगे। कोरोना वायरस के कारण शून्य काल को भी सीमित कर दिया गया है। राउत ने कहा, ”भले ही संसद के मानसून सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा, लेकिन यह समझना महत्वपूर्ण है कि ऐसा क्यों है।”

उन्होंने कहा, ”यह एक आपातकालीन स्थिति है। हमें समझने की जरूरत है न कि आलोचना करने की।” उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में राज्य विधानसभा का सत्र केवल दो दिन के लिए बुलाया जायेगा। मानसून सत्र के दौरान प्रश्नकाल नहीं कराये जाने की कई विपक्षी पार्टियों ने निंदा की है और कुछ नेताओं ने मोदी सरकार पर कोविड-19 महामारी के नाम पर ”लोकतंत्र की हत्या” का प्रयास करने का भी आरोप लगाया है।

एक सवाल के जवाब में राउत ने कहा कि सेना प्रमुख एमएम नरवणे लद्दाख गये है जिससे पता चलता है कि चीन-भारत गतिरोध गंभीर है। उन्होंने कहा, ”च्च्यहां तक कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी ट्वीट किया था कि स्थिति 1962 से भी बदतर है।” सेना प्रमुख ने बृहस्पतिवार को लद्दाख के अपने दो दिवसीय दौरे की शुरूआत की है।

अपनी नाकामियां छुपाने के लिए भाजपा ने रद्द किया प्रश्नकाल: राकांपा
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने कई मुद्दों पर अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए कोविड-19 के बहाने संसद के आगामी मानसून सत्र में प्रश्नकाल को रद्द कर दिया है। राकांपा ने केंद्र सरकार से प्रश्न पूछने के लिए सांसदों को अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम मुहैया कराने की भी मांग की। राकांपा प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा, ‘कई मुद्दों पर अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए भाजपा ने कोरोना वायरस का बहाना कर संसद के मानसून सत्र में प्रश्नकाल रद्द किया है।’

उन्होंने कहा, ‘भाजपा को किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम का इस्तेमाल कर सांसदों को सरकार से सवाल पूछने देना चाहिए।’ राकांपा के एक अन्य प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने अपने कार्टून के जरिये भाजपा की आलोचना की। कार्टून में एक व्यक्ति के सिर के स्थान पर भाजपा का चुनाव चिह्न कमल है और वह प्रश्न चिह्न से भाग रहा है। कार्टून के नीचे लिखा है, च्च्संसद में प्रश्नकाल नहीं होगा। आप भाग सकते हैं। आप छुप नहीं सकते।’