घने कोहरे ने फागुन में कराया पौष का एहसास


दो दिन ऐसे ही रहेगा मौसम का मिजाज
वाराणसी (काशीवार्ता)। मौसम ने एकबार फिर पलटी मारी है। आसमान में आज सुबह छाये घने कोहरे ने फागुन में पौष का एहसास करा दिया। बुजुर्गो का कहना था कि ऐसा कोहरा अक्सर अगहन या पौष माह में ही देखा जाता है फागुन में ऐसा कोहरा पड़ेगा उम्मीद नहीं थी। आज सुबह बिस्तर से उठे लोग फागुन मास में ऐसा कोहरा देख भौचक नजर आये। कल हुई ओला वृष्टि के बाद बीती रात वर्षा नहीं हुई लेकिन कोहरे के कारण आज भोर में दृश्यता इतनी कमजोर हुई की तमाम वाहन सड़कों के किनारे ही खड़े होकर सूरज निकलने का इंतजार करने लगे। सुबह काफी देर बाद जब भगवान भाष्कर के दर्शन हुए तो स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो गई।

मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एसएन पांडेय ने बताया कि जम्मू कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के चलते ऐसा हुआ। पूर्वांचल में मौसम का मिजाज अभी बदला ही रहेगा। बादलों की आवाजाही भी अगले दो दिन यूँ ही बनी रहेगी। इस दौरान कहीं हल्की तो कहीं गरज चमक के साथ वर्षा हो सकती है। आज दोपहर 12 बजे अधिकतम तापमान 23 डिग्री के आसपास बना रहा। जो दो दिन पूर्व के तापमान से लगभग 5 डिग्री नीचे रहा। बीती रात तापमान घटकर 16 डिग्री तक चला गया था। तापमान में उतार चढ़ाव का यह सिलसिला अभी कुछ दिन चलेगा उसके बाद गर्मी बढ़ती जायेगी। हुई ओला वृष्टि व बारिश के चलते समूचे पूर्वान्चल में फसलों के नुकसान की खबरें आज भी मिलती रही। लगभग तैयार हो चुकी तिलहन की फसलों को सर्वाधिक नुकसान हुआ है।