अयोध्या। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का गठन होने के बाद पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे। यहां एयरपोर्ट से सीधे वह दर्शन नगर के सूर्य कुंड में आयोजित आरोग्य मेला पहुंचकर मेले का उद्घाटन किया। सूर्यकुंड पर दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी फटिक शिला के लिए रवाना हुए। जहां राम नाम जप कार्यक्रम में उन्होंने शिरकत की।
सूर्यकुंड में आरोग्य मेला में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास कर रहा है। मोदी जी ने जो कहा वो किया। देश की आकांक्षाओं के प्रतीक कश्मीर में धारा 370 को हटाना, तीन तलाक प्रथा को प्रतिबंधित करना, देश के अंदर एक नागरिक कानून में संशोधन करके दुनिया के पीड़ित मानव को शरण देने की पारदर्शी व्यवस्था बनाने के साथ अयोध्या में राम मंदिर मार्ग को प्रशस्त करना नेतृत्व का प्रतीक है। अयोध्या वासियों की तरफ से मैं पीएम नरेंद्र मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह का अभिनंदन करता हूं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सूर्य कुंड पर आरोग्य मेला आयोजित किया जा रहा है। प्रदेश के अंदर यह चौथा आरोग्य मेला है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मेले का आयोजन किया जा रहा है। उसी श्रृंखला में ऐतिहासिक सूर्यकुंड परिसर में मुझे भी इस मेले में आप सबके साथ सहभागी बनने का सौभाग्य मिला है। यह कार्यक्रम एक साथ प्रदेश के अंदर 4000 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित किया जा रहा है। अगर सभी लोग जागरूक होकर शासन की योजनाओं को गरीबों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हो जाए तो कोई कारण नहीं कोई भी गरीब बीमार होकर दवा के अभाव में नहीं मर सकता, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी जी ने आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराया है। हर व्यक्ति आयुष्मान कार्ड का गोल्डन कार्ड जरूर बनवा ले। उस व्यक्ति को पांच लाख तक स्वास्थ्य बीमा प्रतिवर्ष मिल रही है। इस कार्यक्रम को अनिवार्य रूप से युद्धस्तर पर बढ़ाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को टीवी से मुक्त करना है। भारत को फाइलेरिया से मुक्त करना है। भारत को तमाम बीमारियों से मुक्त करना है। इस कार्यक्रम को भी अपने हाथों में लेना है। इसके लिए आरोग्य मेला बहुत बड़ी देन है। पिछले तीन वर्ष के दौरान प्रदेश के अंदर स्वास्थ्य जागरूकता के अनेक कार्यक्रम चलाए गए हैं। 1947 से 2016 तक प्रदेश के अंदर केवल 12 मेडिकल कॉलेज थे। 2016 से 2019 के बीच मात्र तीन वर्ष के दौरान हमारी सरकार ने प्रदेश के अंदर 28 मेडिकल कालेज की नींव रखी। सात मेडिकल कॉलेज शुरू कर दिया गया है, 13 मेडिकल कॉलेज बनाने जा रहे हैं। प्रदेश में जहां मेडिकल कॉलेज नहीं है वहां पर बनाए जाएंगे। हर जनपद में ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी।