जीत की लय हो. पिछले मैच में बल्ला भी बोल उठा हो. किस्मत साथ हो. टॉस भी जीत लिया हो. इतने के बाद विराट कोहली पर कौन दांव नहीं लगाना चाहेगा?
लेकिन, सोमवार को दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली के ग़लत फ़ैसलों ने उनके हक़ में दिख रहीं तमाम खूबियों पर पानी फेर दिया.
विराट कोहली और उनकी टीम पीछे मुड़कर देखेगी तो ये हार उन्हें बहुत चुभेगी.
दिल्ली के हाथों मिली 59 रन की हार ने न सिर्फ़ बैंगलोर से प्वाइंट टेबल में टॉप पर पहुंचने का मौक़ा छीना बल्कि नेट रनरेट के मामले में उसे आठवें पायदान पर धकेल दिया.
गेमप्लान हुआ फ़ेल
रणनीति बनाने के मामले में दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर, विराट कोहली से इक्कीस साबित हुए.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग से गुरुमंत्र ले रहे अय्यर की रणनीति का असर ये रहा कि पहले पृथ्वी शॉ और मार्कस स्टोइनिस बैंगलोर पर बल्ला लेकर चढ़ बैठे और फिर कागिसो रबाडा की अगुवाई में दिल्ली के गेंदबाजों ने बैंगलोर के स्टार बल्लेबाज़ों की हेकड़ी गुम कर दी.
विराट कोहली के पास कप्तानी के मोर्चे पर की गईं ग़लतियों की भरपाई बल्ले से करने का मौक़ा था. बैंगलोर को आख़िरी सात ओवर में जीत के लिए 106 रन बनाने थे.
आईपीएल-19 में राजस्थान के राहुल तेवतिया और मुंबई के ईशान किशन जैसे बल्लेबाज़ों ने बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए आख़िरी ओवरों में जैसा धुआंधार किया है, विराट कोहली के पास भी उसे दोहराने का मौक़ा था.
रबाडा का ‘विराट’ धमाका
लेकिन यहां भी श्रेयस अय्यर की रणनीति विराट कोहली की बल्लेबाज़ी के हुनर पर भारी पड़ी. अय्यर ने गेंदबाज़ी के अपने सबसे बड़े स्टार कागिसो रबाडा के तीन ओवर ऐसे मौक़े के लिए ही बचाए हुए थे.
रबाडा ने अपने दूसरे स्पैल के पहले ही ओवर यानी बैंगलोर की पारी के 14वें ओवर में ही विराट कोहली को विदा कर दिया और बैंगलोर को बड़ी हार के रास्ते पर धकेल दिया.
लेकिन, बैंगलोर की हार का आधार इसके काफी पहले ही तैयार हो गया था.
टॉस जीतकर भी लॉस
विराट कोहली पिच का मिजाज़ पढ़ने में नाकाम रहे. बैटिंग लाइनअप में अपने अलावा एबी डिविलियर्स, एरोन फिंच और नई रन मशीन देवदत्त पडिक्कल के होते हुए भी दिल्ली कैपिटल्स को बल्लेबाज़ी का न्योता दे दिया.
फ़ैसले को सही साबित करने के लिए पावर प्ले (शुरू के छह ओवरों) में दबाब बनाने की जरूरत थी. लेकिन कोहली ऐसा करने में नाकाम रहे.
सिर्फ़ 23 गेंद में 42 रन बनाकर शुरुआत में ही बैंगलोर के गेंदबाज़ों की लय बिगाड़ने वाले पृथ्वी शॉ ने बताया, “हमने टीम मीटिंग में तय किया था कि पावर प्ले में 45 से 50 रन बनाएंगे.” और दिल्ली के ओपनरों ने प्लान के मुताबिक] पहले छह ओवर में 63 रन बना लिए.
नहीं चले चहल
पृथ्वी शॉ को रोकने के लिए कोहली ने पांचवें ही ओवर में बैंगलोर के सबसे कामयाब गेंदबाज़ युजवेंद्र चहल को गेंद थमा दी. चहल के इस ओवर में पृथ्वी और शिखर धवन ने 18 रन बटोर लिए.
इससे कप्तान का भरोसा ऐसा हिला कि मैच में चहल से कोटे के चार ओवर पूरे भी नहीं कराए. चहल ने मैच में सिर्फ़ तीन ही ओवर डाले. हालांकि बाद के दो ओवरों में उन्होंने सिर्फ़ 11 रन ख़र्च किए. लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला
विराट कोहली के पास मार्कस स्टोइनिस को रोकने का भी कोई प्लान नहीं था. जबकि स्टोइनिस एक वक़्त रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का हिस्सा रह चुके हैं.
ये स्टोइनिस ही थे, जिन्होंने ओपनर्स की विदाई और कप्तान अय्यर की नाकामी के बाद दिल्ली को बड़े स्कोर तक पहुंचाया. सिर्फ़ 26 गेंद में उनके बल्ले से निकले नाबाद 53 रन हार जीत का अंतर तय करने वाले साबित हुए.
अय्यर को श्रेय
बेहतर गेमप्लान के साथ उतरने का फ़ायदा दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर को मिला. उन्होंने लगातार रन बना रहे देवदत्त पडिक्कल को रोकने के लिए पावर प्ले में आर अश्विन को आजमाया.
जब लगा कि बल्लेबाज़ स्पिनरों को खेलने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं तो अक्षर पटेल को पावर प्ले में गेंद थमा दी. पटेल ने अपने पहले ही ओवर में फिंच की छुट्टी कर दी.
अय्यर के पास डिविलियर्स और कोहली के लिए भी प्लान था और ये कामयाब भी हुआ. अय्यर ने गेंदबाज़ी में जिस तरह बदलाव किए, उसकी तारीफ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भी की.
मैच के बाद ख़ुद विराट कोहली ने भी माना कि उनकी टीम दिल्ली के मुक़ाबले में कहीं नहीं थी.
विराट ने कहा, “इस टीम को हराना मुश्किल है. इसे हराने के लिए आला दर्जे का खेल दिखाना होगा जो आज रात हम नहीं कर सके.”
रबाडा भी टॉप पर
बैंगलोर के ख़िलाफ़ चार विकेट लेने वाले दिल्ली के गेंदबाज़ कागिसो रबाडा ने पर्पल कैप भी हासिल कर ली है. यानी अब वो आईपीएल-19 में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए हैं.
वो पांच मैच में 12 विकेट ले चुके हैं. हर विकेट के लिए उन्होंने सिर्फ़ 12.5 रन खर्च किए हैं. उनका इकॉनमी रेट भी आठ से कम है.
छा गए अश्विन
बैंगलोर की पारी के तीसरे ओवर के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि दिल्ली के स्पिनर आर अश्विन सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गए.
इस ओवर में अश्विन गेंदबाज़ी कर रहे थे. जब वो एक गेंद फेंकने जा रहे थे तब बैंगलोर के ओपनर एरोन फिंच क्रीज से बाहर निकल गए. अश्विन ने उन्हें आउट करने के बजाए क्रीज में खड़े रहने की चेतावनी दी.
आईपीएल के पिछले सीज़न में अश्विन ने ऐसी ही स्थिति में राजस्थान के बल्लेबाज़ जोस बटलर को आउट कर दिया था. इसे लेकर खूब विवाद भी हुआ था.
आईपीएल से आउट अमित मिश्रा
दिल्ली कैपिटल्स के स्पिनर अमित मिश्रा आईपीएल-19 से बाहर हो गए हैं. उंगली में लगी चोट की वजह से उन्हें टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा. हालांकि दिल्ली को बैंगलोर के ख़िलाफ़ मैच में उनकी कमी ज़्यादा नहीं खली.
दिल्ली ने अमित मिश्रा की जगह अक्षर पटेल को उतारा और वो टीम की उम्मीद पर खरे उतरे.
अक्षर ने चार ओवर में सिर्फ़ 18 रन देकर दो विकेट लिए और मैन ऑफ़ द मैच चुने गए.