भगवान राम के परम भक्त हनुमान की जन्मस्थली आंजनधाम (ऊपर मंदिर) का लुक चेंज होगा. वन विभाग ने आंजनधाम के सौंदर्यीकरण का रास्ता साफ कर दिया है. संभव है कि इसी साल आंजनधाम के सौंदर्यीकरण का काम शुरू हो जायेगा.एक बार काम शुरू हो जाये, तो कुछ माह के अंदर ही आंजनधाम नये स्वरूप में नजर आयेगा.
झारखंड के गुमला जिला में स्थित आंजनधाम के सुंदरीकरण का काम पूरा होने के बाद न केवल धाम को चार-चांद लग जायेंगे, बल्कि आंजनधाम में पूजा करने अथवा घूमने के लिए पहुंचने वाले लोगों को पानी व बिजली की सुविधा भी मिलेगी. स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे और आय के स्रोत भी खुलेंगे.
आंजनधाम के सुंदरीकरण की स्वीकृति पूर्व में ही मिल चुकी है. तकनीकी पेच के कारण काम शुरू तक नहीं हो सका. अब वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के वन प्रमंडल पदाधिकारी (डीएफओ) श्रीकांत की पहल पर आंजनधाम के सुंदरीकरण का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है. आंजनधाम के सुंदरीकरण का काम इको टूरिज्म योजना के अंतर्गत फेजवार होगा.
पहले चरण में आंजनधाम के सौंदर्यीकरण पर वन विभाग लगभग 24 लाख रुपये खर्च करेगा. इससे केवल आंजनधाम का सुंदरीकरण होगा. इसमें पर्यावरण अनुकूल सामग्रियों यानी इको फ्रेंडली वस्तुओं का ही उपयोग किया जायेगा. ऐसा करने से पर्यावरण व आंजनधाम के पेड़-पौधों को किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं होगी.
इसके बाद दूसरे चरण में विद्युतीकरण एवं ऊपर मंदिर में पानी की सुविधा बहाल करने एवं वाहनों की पार्किंग आदि के काम होंगे. आंजनधाम के विकास का मुद्दा ‘प्रभात खबर’ लगातार उठाता रहा है. इसी का असर है कि अब आंजनधाम का विकास होने की संभावना बढ़ गयी है.
बड़ा प्रवेश द्वार, रूफ फ्रेमिंग, रेलिंग, बाउंड्रीवाल
आंजनधाम के सुंदरीकरण के लिए कई काम होंगे. पहाड़ पर स्थित मंदिर में मुख्य प्रवेश द्वार पर एक बड़ा प्रवेश द्वार बनेगा. इस वक्त मंदिर तक पहुंचने के लिए तीन रास्ते हैं. एक रास्ता बीच से है, जहां पक्की सीढ़ियां हैं. बायीं और दाहिनी ओर से भी ऊपर मंदिर जाने के लिए रास्ता है. बायीं ओर के रास्ते में रूफ फ्रेमिंग (शेड) का निर्माण किया जायेगा, ताकि लोग धूप व बारिश से बच सकें.
इस रास्ते पर जरूरत के हिसाब से रेलिंग भी लगेंगे. दाहिनी ओर के रास्ते में रेलिंग लगाये जायेंगे, ताकि लोग आसानी से रेलिंग पकड़कर चढ़ और उतर सकें. मंदिर के चारों ओर आवश्यकतानुसार बाउंड्रीवाल बनाया जायेगा. मंदिर में चबूतरा भी बनेगा. आंजनधाम मंदिर के पिछे स्थित शिव मंदिर का भी सुंदरीकरण होगा.
झरना से ऊपर आंजनधाम तक पथ निर्माण को स्वीकृति
आंजनधाम मंदिर के सुंदरीकरण के साथ ऊपर मंदिर तक पहुंचने वाले पथ के निर्माण को हरी झंडी मिल गयी है. यह काम पथ निर्माण विभाग से कराया जायेगा. इस पथ का कुछ हिस्सा अधिसूचित वन भूमि एवं कुछ पथ गैरमजरुआ जंगल-झाड़ी जमीन है. इसलिए पथ निर्माण का मामला लटक गया था. वन विभाग ने पथ निर्माण की हरी झंडी दे दी है. इसमें अधिसूचित वन भूमि का 0.8 हेक्टेयर एवं गैरमजरुआ जंगल-झाड़ी जमीन का 0.622 हेक्टेयर भूमि का उपायोग होगा.
इको टूरिज्म के तहत होगा काम : डीएफओ श्रीकांत
डीएफओ श्रीकांत ने कहा कि इको टूरिज्म योजना के अंतर्गत आंजनधाम ऊपर मंदिर के सुंदरीकरण का प्रस्ताव पास हो गया है. सुंदरीकरण का काम वन विभाग करायेगा. फेज वन में सुंदरीकरण का काम होगा. प्रयास रहेगा कि काम इसी साल शुरू हो जाये. फेज टू में पानी-बिजली की सुविधा मुहैया कराने एवं पार्किंक जोन बनाने का काम होगा. इसके अलावा भी विभाग द्वारा समय-समय आंजनधाम के विकास के लिए काम किया जायेगा.