वाराणसी। अपर नगर मजिस्ट्रेट चतुर्थ शुभांगी शुक्ला के खिलाफ लामबंद वकीलों ने आज कचहरी स्थित आपदा प्रबंधन कार्यालय के समीप जमकर हंगामा व नारेबाजी की । लगभग एक घंटे तक चले प्रदर्शन नारेबाजी के बाद इलाकाई फोर्स बुला ली गई तब जाकर किसी तरह शुभांगी शुक्ला को वहां से निकाला जा सका। मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेसी नेता मनीष चौबे समेत 9 लोगों की जमानत याचिका कल मंजूर हो गई थी। इस मामले में रात 11बजे तक वेरिफिकेशन के लिए वकीलों को दौड़ाया गया। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि अपर नगर मजिस्ट्रेट चतुर्थ के अड़ंगेबाजी के चलते उनके क्लाइंट नहीं छूट पाए। बताया गया कि आज सुबह जब उनसे मिलने फिर अधिवक्ता पहुंचे तो पता चला की वे अपने कार्यालय की बजाए आपदा प्रबंधन कार्यालय में बैठी हैं। इसपर सेंट्रल बार के महामंत्री शैलेंद्र सिंह बबलू, धीरेंद्र नाथ शर्मा, अशोक सिंह,भूपेंद्र प्रताप सिंह, विकास सिंह, आनन्द शंकर सिंह समेत तमाम अधिवक्ता वहां पहुंच गए।अधिवक्ताओं ने कहा कि जब सभी मामलों में वेरिफिकेशन हो गया तो धारा151में वेरिफिकेशन के नाम पर रिहाई को क्यों लटकाया जा रहा।इसपर वाद प्रतिवाद व हंगामा शुरू हो गया। जब एसीएम चतुर्थ वहां से जाने लगी तो अधिवक्ताओं ने उनका रास्ता रोक लिया। इस बात की खबर मिलते ही इलाकाई फोर्स संग कई अधिकारी पहुंच गए तो अपर नगर मजिस्ट्रेट वहां से चली गई। अधिवक्ताओं का कहना है कि इसके पूर्व वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक सिंह को घंटों खड़ा कराए रखा गया और वकीलों को अपमानित किया गया। इसको लेकर कल से अपर नगर मजिस्ट्रेट चतुर्थ के कोर्ट का बहिष्कार व तालाबंदी किया जाएगा।