दुनियाभर में कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने की कवायद जारी है. इस महामारी से निजात पाने के लिए वैक्सीन के ट्रायल का दौर चल रहा है. इस बीच, अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के एक पैनल ने मॉडर्ना के कोरोना वायरस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. पैनल ने इसे कोविड से निपटने का दूसरा विकल्प बताया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक कमेटी ने 20-0 के मत के साथ कहा कि वैक्सीन 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों में कोरोना के जोखिम को कम करने में कारगर है. करीब एक सप्ताह पहले इसी पैनल ने फाइजर और जर्मन पार्टनर BioNTech की वैक्सीन को हरी झंडी दी थी.
बहरहाल, मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिलने से कोरोना से निपटने का एक और विकल्प मिल गया है.नए डेटा में इसे सुरक्षित और कारगर पाया गया है. अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने बीते दिनों मॉडर्ना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी देने के संकेत दिए थे. फाइजर की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है. ब्रिटेन में इसका इस्तेमाल भी शुरू हो गया है.
वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिलने से अमेरिका में कोरोना से निपटने को लेकर उम्मीद बढ़ गई है. अमेरिका में तीन लाख लोग कोरोना की चपेट में आने से अपनी जान गंवा चुके हैं. अमेरिका में कोरोना के प्रकोप का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गत बुधवार को संक्रमण के चलते 3,580 लोगों की मौत हो गई थी. अमेरिका में कोरोना संकट का असर अस्पताल और हेल्थ केयर वर्कर्स पर नजर आने लगा है.
मॉडर्ना की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल के पक्ष में वोट करने वाले मेहर्री मेडिकल कॉलेज के मुख्य कार्यकारी डॉ. जेम्स हिल्ड्रेथ ने बताया, इतनी जल्दी दो वैक्सीन का आना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी उन्हें इस बात का पूरा भरोसा नहीं हो रहा है कि वैक्सीन सभी उम्र के लोगों में कोरोना के जोखिम को कम करेगी. उन्होंने कहा कि वह इसके और ट्रायल को देखना चाहेंगे.