वाराणसी। सारनाथ थाना क्षेत्र के सलार पुर निवासी धर्मेंद्र कुमार की पत्नी गर्भवती थी। बच्चे के साथ उसके पेट में भारी भरकम ट्यूमर भी पल रहा था। इस बात का पता न मरीज को था न उसके परिजनों को। इधर पेट में पल रहे गर्भस्थ शिशु ने जब अपना पूर्ण आकार लेना शुरू किया तो गर्भवती महिला रेशमी के पेट में असहय दर्द शुरू हो गया। उसने आसपास के डॉक्टरों को दिखाया लेकिन मामला पकड़ में न आने से मरीज की हालत बिगड़ती जा रही थी। इसी बीच किसी ने उसे श्रीनगर कालोनी स्थित किलकारी मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में दिखाने को कहा। परिजन लेकर अस्पताल पहुंचे तो मरीज बेहद गम्भीर अवस्था में थी। इधर बच्चे के जान को भी खतरा उतपन्न हो गया था। अस्पताल के निदेशक द्वय बाल रोग चिकित्सक डॉक्टर सुनील एवं स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शैली कुशवाहा ने धैर्य से काम लेते हुए असली वजह की पड़ताल शुरू की व जांच कराया तो पता चला कि पेट में बच्चे के साथ 5.3 किलो वजनी बड़ा ट्यूमर जानलेवा बन चुका है। आनन फानन में आॅपरेशन कर उक्त ट्यूमर को बाहर निकाल लिया गया, बाद में बच्चे को भी सकुशल बचा लिया गया। इस कवायद के बाद जच्चा बच्चा अब पूरी तरह स्वस्थ है। सलार पुर के जिस परिवार में इस भारी संकट से लोगों की जान अटकी पड़ी थी वहां अब खुशी का माहौल है। परिजनों ने खुशी में मिष्ठान वितरण कर डॉक्टर शैली व सुनील कुशवाहा का आभार जताया।