एडिलेड टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत को आठ विकेट से हरा दिया है.
जीत के लिए 90 रनों का पीछा करने उतरी मेजबान टीम ने दो विकेट पर 93 रन बनाकर सिरीज़ में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली. आस्ट्रेलिया की ओर से जोए बर्न्स ने दूसरी पारी में नाबाद 51 रन बनाए.
इससे पहले टेस्ट के तीसरे दिन भारत की दूसरी पारी महज 36 रनों पर सिमट गई. हालांकि भारत की ओर से नौ विकेट ही गिरे लेकिन मोहम्मद शमी चोट लगने के चलते आख़िरी बल्लेबाज़ के तौर पर रिटायर हर्ट हो गए.
यह टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में भारत का सबसे कम स्कोर है. इससे पहले एक पारी में भारत का सबसे कम स्कोर 42 रन था. भारतीय पारी 1974 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ लॉर्ड्स 42 रनों पर सिमट गई थी.
यानी 46 साल बाद भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी सबसे ख़राब प्रदर्शन से भी ख़राब खेल दिखाया है. ख़ास बात यह है कि महज 19 रनों तक भारत के छह विकेट गिर चुके थे.
यह अब तक के इतिहास में भारत का सबसे ख़राब प्रदर्शन है. इससे पहले डरबन में 1996 में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ 25 रन पर छह विकेट गंवाए थे, लेकिन उस पारी में भारतीय पारी 66 रनों तक पहुंची थी.
एडिलेड में भारत की ओर से कोई भी बल्लेबाज़ दहाई अंकों तक नहीं पहुंच सका. भारत की ओर से सबसे ज़्यादा नौ रन मयंक अग्रवाल ने बनाए. इसके बाद हनुमा विहारी के बल्ले से आठ रन आए.
भारत का कौन सा विकेट कैसे गिरा
पार्थिव शॉ- पैट कमिंस की गेंद पर शॉ क्लीन बोल्ड हुए. उन्होंने चार गेंदों पर चार रन बनाए. लेकिन लगातार दूसरी पारी में क्लीन बोल्ड होना उनकी काबिलियत पर सवाल कर रहा है.
जसप्रीत बुमराह- बुमराह नाइट वाचमैन के तौर पर खेलने आए थे. लेकिन तीसरे दिन वे विकेट पर ज़्यादा देर तक टिक नहीं पाए. दिन के दूसरे ओवर में पैट कमिंस ने उन्हें अपनी ही गेंद पर लपक लिया.
चेतेश्वर पुजारा- चेतेश्वर पुजारा पैट कमिंस के तीसरे शिकार बने. उन्होंने ऑफ़ स्टंप से बाहर निकलती गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए.
मयंक अग्रवाल- जोस हेजलवुड की गेंद पर मयंक अग्रवाल विकेट के पीछे लपके गए. करीब एक घंटे की बल्लेबाज़ी में मयंक नौ रन बना सके.
अजिंक्य रहाणे- जोस हेजलवुड ने मयंक अग्रवाल को पवेलियन भेजने के बाद अजिंक्य रहाणे को उनका खाता नहीं खोलने दिया. उनका कैच भी विकेट के पीछे लपका गया.
विराट कोहली- लगातार गिर रहे विकेट के चलते कप्तान विराट कोहली दबाव में आ गए. उनका कवर ड्राइव हवा में रहा और पैट कमिंस की गेंद पर कैमरन ग्रीन ने एक बेहतरीन कैच लपक कर टीम को पवेलियन भेज दिया.
रिद्धिमान साहा- जोसे हैजलवुड की गेंद को साहा मिडविकेट पर खेल गए जहां लुसाने से कैच लपकने में कोई चूक नहीं हुई.
आर अश्विन- साहा को आउट करने के बाद अगली ही गेंद पर हैजलवुड ने आर. अश्विन को टिम पेन के हाथों कैच लपकवा कर टेस्ट क्रिकेट में अपना 200वां विकेट लिया.
हनुमा विहारी- एक पारी में पांचवें विकेट के तौर पर हैजलवुड ने हनुमा विहारी को विकेट के पीछे टिम पेन के हाथों कैच कराया. भारतीय पारी में जोस हैजलवुड की गेंदबाज़ी का फिगर था- पांच ओवर तीन मेडन आठ रन और पांच विकेट.
पार्थिव शॉ, विराट कोहली, रिद्धिमाना साहा ने चार-चार रन बनाए जबकि उमेश यादव चार रन पर नाबाद रहे.
अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा और आर. अश्विन इस पारी में अपना खाता नहीं खोल पाए. जोस हेजलवुड ने पांच विकेट चटकाए जबकि पैट कमिंस को चार विकेट मिले.
इससे पहले भारत ने पहली पारी में 244 रन बनाए थे जबकि ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 191 रन बनाए थे. इस लिहाज से देखें तो भारत के सामने एडिलेड टेस्ट जीतने के लिए दूसरी पारी में महज 90 रन बनाने हैं.
टेस्ट इतिहास का सबसे कम स्कोर
वैसे टेस्ट इतिहास में एक पारी सबसे कम स्कोर का रिकॉर्ड न्यूज़ीलैंड के नाम है. न्यूज़ीलैंड की टीम मार्च, 1955 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ ऑकलैंड टेस्ट में महज 26 रनों पर सिमट गई थी.
इसके बाद दक्षिण अफ्रीका की टीम दो बार एक टेस्ट पारी में 30-30 रनों पर सिमटी. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका एक बार एक पारी में 35 रन और एक बार एक पारी में 36 रनों पर सिमट चुकी है.
वहीं ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम भी 1902 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ एक पारी में 36 रनों पर सिमट चुकी है.