तमिलनाडु में चुनावी सरगर्मियों के बीच AIADMK की पूर्व महासचिव शशिकला जेल से छूट गई हैं. आय से अधिक संपत्ति केस में सजा काट रहीं शशिकला की रिहाई की सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, यानी आज वो आधिकारिक तौर पर जेल से बाहर हो गई हैं. शशिकला को सुबह 11 बजे रिहाई मिली है.
हालांकि, कोरोना वायरस से संक्रमित होने के चलते शशिकला पहले से ही अस्पताल में भर्ती हैं. उनका बेंगलुरू के अस्पताल में इलाज चल रहा है. ऐसे में अस्पताल से छुट्टी मिलते ही वो अपने परिवार के पास जा सकेंगी. शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरण ने दो दिन पहले ही इसकी सूचनी देते हुए कहा था कि चिनम्मा 27 को रिहा हो जाएंगी और डॉक्टरों से चर्चा के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज की भी जानकारी दे दी जाएगी.
बेंगलुरू के विक्टोरिया अस्तपाल में शशिकला 21 जनवरी को भर्ती हुई थीं और उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था. प्रोटोकॉल के तहत बिना लक्षण वाले मरीज और 3 दिन तक बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के रहने पर 10वें दिन पेशेंट को डिस्चार्ज किया जाता है. ऐसे में शशिकला को अभी घर जाने के लिए और इंतजार करना पड़ा सकता है. इस बीच उनके भतीजे टीटीवी दिनकरण अस्पताल पहुंचे हैं.
66 साल की शशिकला को आय से अधिक संपत्ति के केस में 2017 में चार साल की सजा सुनाई गई थी. दिसंबर 2016 में जयललिता की मौत के बाद से ही शशिकाल के चुनौतीपूर्ण दिन शुरू हो गए थे. शशिकला की बेहद करीबी रहीं शशिकला को वो दिन भी देखना पड़ा जब जयललिता की पार्टी AIADMK से ही उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया और पार्टी व सरकार की कमान ई.पलानीस्वामी ने संभाल ली. इस पूरे सियासी फेरबदल के बीच दिनाकरण ने 2018 में AMMK नाम से अलग पार्टी का गठन कर लिया है.
अब जबकि राज्य में चुनावी माहौल है और मुख्यमंत्री पलानीसामी जयललिता के नाम पर बनाए गए मेमोरियल का उद्घाटन कर रहे हैं तो ऐसे में शशिकला का बाहर आना सूबे की सियासत को नई हवा दे सकता है.